भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश से नदी-नाले उफनाए हुए हैं। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हालात ज्यादा खराब हैं। जबलपुर में बरगी डैम से पानी छोड़े जाने पर नर्मदा में जलस्तर बढ़ गया है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर शनिवार सुबह जलस्तर 956 फीट के पार पहुंच गया। नदी का अलार्म लेवल 964 फीट और खतरे का लेवल 967 फीट है। नर्मदा किनारे के गांवों में टीम तैनात कर लोगों को नदी से दूर रहने की हिदायत दी गई है। बैतूल में सतपुड़ा डैम के 7 और छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलना पड़े हैं। जबलपुर और बालाघाट में शनिवार को प्री प्राइमरी से 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश है।
दो दिन हुई लगातार वर्षा और बरगी से पानी छोड़े जाने से नर्मदा और उसकी सभी सहायक नदियां उफान पर हैं। शुक्रवार की रात शनिवार की पूर्वान्ह तक वर्षा जरूर थमी हुई है लेकिन नर्मदा की बाढ़ ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी दूर नर्मदा के तटीय ग्राम केरपानी में नर्मदा की बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे गांव के 30 से 40 परिवार बेघर हो गए हैं। गांव के बाजार मोहल्ला, खिरका मोहल्ला में नर्मदा की बाढ़ का कई फीट पानी भरा हुआ है। ग्राम के लोग परिवार और गृहस्थी का सामान लेकर गांव के ऊंचे स्थानों पर पहुंच गए है और बाढ़ कम होने का इंतजार कर रहे है। यहां क्षेत्र के विधायक जालम सिंह पटेल सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने केरपानी सहित अन्य इलाकों का दौरा भी किया।
नर्मदा की बाढ़ से जबलपुर नरसिंहपुर स्टेट हाइवे क्रमांक 22 बंद है। झांसीघाट पुल के ऊपर कई फीट पानी है। साथ ही इस मार्ग पर कुछ पुलियों के ऊपर भी पानी आ गया है। जबकि बरांझ और पाणाझिर नदी की बाढ़ कम होने से तेंदूखेड़ा से डोभी जाने वाला मार्ग शुक्रवार की रात से खुल गया है। लेकिन नर्मदा की बाढ़ से ककरा घाट पुल अभी भी डूबा हुआ है। गाडरवारा से तेंदूखेड़ा मार्ग बंद है। इसी तरह बोरास घाट पुल भी नर्मदा की बाढ़ में डूबा है। जिससे साइखेड़ा से रायसेन को जोडऩे वाला मार्ग बंद है।
नदी के उफान में मंदिर टूटा
दमोह जिले में बारिश का कहर लगातार जारी है और जिले के सभी नदी-नाले उफान पर हैं। इस भयावह हालात के बीच शनिवार को एक अजीबो-गरीब वाकया देखने मिला है। जब दमोह में गुरैया नदी में आई बाड़ में पानी उफान मार रहा था जिसमें हनुमानजी का मंदिर पूरा टूट गया, लेकिन हनुमानजी की प्रतिमा अपनी जगह से हिली भी नहीं।
खजुराहो में केन की बाढ़ में खेत डूबे
पन्ना, दमोह और कटनी जिलों में बारिश के कारण खजुराहो में केन नदी उफान पर आ गई है। कई गांवों में खेत डूब गए हैं। खरयानी, पलकोहां और ढोडऩ गांव के किनारे तक नदी का पानी पहुंचने लगा है।
रायसेन में भी नर्मदा उफान पर
रायसेन जिले के उदयपुरा में नर्मदा नदी उफान पर है। जिले के उदयपुरा में बोरास पुल के ऊपर तक पानी आ गया है। नर्मदा तटों पर बसे गांव अलीगंज, मांगरोल, बरहा कला, कोटपार महंत, सर्रा, सोजनी जैसे सभी गांवों में चौकीदारों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
बालाघाट में उफनते नाले से युवक का रेस्क्यू
बालाघाट में एक युवक बाइक से उफनता नाला पार कर रहा था। संतुलन बिगड़ा और वह बह गया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी और व्यापारी की नजर युवक पर गई, वे पानी में उतरे और युवक को सुरक्षित बाहर निकाला।
रानी दुगर्गावती यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं स्थगित
जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की शनिवार को होने वाली परीक्षाएं स्थगित करना पड़ी हैं। बारिश के कारण प्रशासन ने बीएएलएलबी और एलएलबी की परीक्षाएं स्थगित की हैं। एलएलबी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा अब 17 अगस्त को कराई जाएगी। बीएएलएलबी के 6वें सेमेस्टर की परीक्षा अब 23 अगस्त को होगी।
उत्तराखंड में लैंडस्लाइड से 3 लोगों की मौत, 17 लापता
उत्तराखंड के रुद्र प्रयाग में शुक्रवार को हुए लैंडस्लाइड के बाद 20 लोग लापता हो गए थे। इनमें से 3 लोगों के शव मिल गए हैं, वहीं 17 लोग अभी भी लापता हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। कल मंदाकिनी नदी के उफान पर होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हुई थी। आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लेंगे। उत्तराखंड के ही उत्तरकाशी जिले में शनिवार सुबह गंगोत्री हाईवे का 60 मीटर का हिस्सा धंस गया। इसके चलते हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया गया है।
इस बीच आज देश के 18 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान शामिल हैं। दिल्ली के बदरपुर, आरके पुरम और वसंत विहार समेत कई इलाकों में आज सुबह बारिश हुई।