नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें केंद्र को 2023 के कानून के अनुसार नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से रोकने की मांग की गई है, जिसके प्रावधानों को शीर्ष अदालत में चुनौती दी गई है। चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे और अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति के बाद चुनाव आयुक्तों की दो रिक्तियां हैं।
याचिका कांग्रेस नेता जया ठाकुर द्वारा दायर की गई है, जिन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की शर्तें) अधिनियम, 2023 के प्रावधानों को चुनौती दी है।
अपने आवेदन में, ठाकुर ने अदालत को सूचित किया कि उनकी याचिका के लंबित रहने के दौरान, जिसमें 12 जनवरी को एक नोटिस जारी किया गया था, चुनाव आयोग के एक सदस्य अरुण गोयल ने 9 मार्च, 2024 को इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है।याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता ने अत्यंत सम्मानपूर्वक कहा कि तथ्यों को ध्यान में रखते हुए लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चुनाव की घोषणा शीघ्र ही की जा सकती है, इसलिए नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति तुरंत आवश्यक है। इसके लिए इस कोर्ट ने नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर अनूप बरनवाल बनाम यूनियन ऑफ इंडिया (2 मार्च 2023 फैसला) के मामले में स्पष्ट फैसला दिया है।