भोपाल। सीबीआई ने कल हैदराबाद में मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ कथित तौर पर रिश्वत देने के आरोप में एक प्रकरण दर्ज किया है। इस कंपनी में 966 करोड रुपए के चुनावी चंदा भी इलेक्ट्रोरल Bond के माध्यम से दिया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव एमजी गोपाल रेड्डी नर्मदा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे। तब से लेकर काफी समय तक मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेस की मेहरबानी से मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने मध्य प्रदेश में जल संसाधन विभाग में व्यावहारिक रूप से एंट्री ली थी बाद में अपनी शर्तों पर अफरा तफरी मचाई। 950 करोड़ का एक विवादित टेंडर के बाद भी व NVDA 3000 करोड रुपए का इस कंपनी को टेंडर दिया हो सकता है।
सीबीआई द्वारा उपरोक्त कंपनी पर प्रकरण दर्ज करने के बाद जल संसाधन एवं नर्मदा विकास प्राधिकरण दोनों विभागों तक इसकी आहट पहुंचेगी और जरूरी हुआ तो पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेस तथा नर्मदा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा और जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीष सिंह सहित कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ हो सकती है।