भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर बड़ी प्रशासनिक सर्जरी हुई है। राज्य शासन ने 7 IAS अफसरों के तबादले किए हैं। इंदौर के कलेक्टर इलैया राजा टी का तबादला कर दिया गया है। उन्हें मप्र पर्यटक विकास निगम के प्रबंध संचालक के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है। भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह को इंदौर का नया कलेक्टर बनाया गया है।
आशीष सिंह 2018 में देवास में जिला कलेक्टर रहने के दौरान सुर्खियों में आए थे। जिले के उमरिया गांव में बोरवेल में 4 साल का बच्चा रोशन गिर गया था। कलेक्टर रहते आशीष सिंह ने 35 घंटे तक लगातार मौजूद रहकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलवाया था और यह सफल चर्चित रेस्क्यू केस में शामिल हुआ।
– मूलतः उत्तर प्रदेश के हरदोई के रहने वाले आशीष सिंह मध्य प्रदेश कैडर के 2010 बैच के आईएएस अधिकारी है। उन्होंने कानपुर की सीएसजेएम यूनिवर्सिटी से बीए किया है।
– मध्य प्रदेश में सबसे पहली पोस्टिंग कटनी में अपर कलेक्टर के रूप में मिली थी। इसके बाद 2016 में उन्हें मध्य प्रदेश के इंदौर में जिला पंचायत का सीईओ नियुक्त किया गया। इंदौर में नगर निगम आयुक्त रहते हुए महज 6 महीने में शहर से 13 लाख टन कचरा साफ कराया था।
आशीष सिंह पूर्व में भोपाल-देवास कलेक्टर, इंदौर नगर निगम आयुक्त, उज्जैन नगर निगम आयुक्त और उज्जैन कलेक्टर के रूप में काम चुके हैं। उनके कार्यकाल में ही इंदौर स्वच्छता के मामले में नंबर वन आया था।
इसके बाद उन्हें महाकाल मंदिर विस्तारीकरण के पहले चरण की जिम्मेदारी मिली थी। उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने इस जिम्मेदारी का भी निर्वहन किया। फिर उन्हें उज्जैन कलेक्टर के पद से हटाकर भोपाल में एमपीआरडीसीकी जिम्मेदारी मिली थी।
कौन बनेगा करोड़पति में आशीष सिंह ने जीते थे 12.5 लाख रुपए
कलेक्टर सिंह ‘कौन बनेगा करोड़पति’ की हॉट सीट पर भी बैठ चुके हैं। इंदौर शहर ने जब स्वच्छता की हैट्रिक लगाई थी, तब आशीष सिंह वहां निगम कमिश्नर थे। इसके बाद उन्हें KBC के कर्मवीर ऐपिसोड में हॉट सीट पर बैठने का मौका मिला था। शो में उन्होंने साढ़े 12 लाख रुपए जीते थे।
इंदौर कलेक्टर से नाराज थे हिंदू संगठन कलेक्टर इलैया राजा टी से हिन्दू संगठन नाराज बताए जा रहे थे। एक दिन पहले रणजीत हनुमान मंदिर की प्रभात फेरी में युवक की चाकू मारकर हत्या की घटना में भी प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए गए। रविवार को हिन्दू संगठन कलेक्टर की अर्थी निकालने वाले थे, उससे पहले ही उनका तबादला कर दिया गया। कलेक्टर इलैया राजा टी इंदौर में 1 साल 1 महीने पदस्थ रहे हैं। उन्हीं के नेतृत्व में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और विधानसभा चुनाव हुए हैं।