भोपाल। ईडी ने बैंक से फर्जी तरीके से 110 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर नहीं चुकाने के मामले में आरोपित नारायण निर्यात कंपनी से जुड़ी जगहों पर छापेमारी की है। टीम ने समूह की कंपनियों के व्यवसायिक परिसरों और कंपनियों के निदेशकों के आवास में दबिश भी दी। कंपनी से जुड़े चंपू अजमेरा और कैलाश गर्ग के यहां भी कार्रवाई की गई।
इंदौर, मंदसौर और जौरा (मुरैना) में छापेमारी कर जरूरी दस्तावेज जब्त किए और कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ की है। मामला वर्ष 2011 से 2013 के बीच का है। कंपनी ने बैंकों के एक संघ (यूसीओ) से लेटर आफ क्रेडिट (एलसी) और एक्सपोर्ट पै¨कग क्रेडिट (ईपीसी) के रूप में लगभग 110 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। गड़बड़ी के आरोप में ईडी ने धन शोधन अधिनियम के अंतर्गत कंपनी के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।
ईडी ने कंपनी और उसके निदेशकों के विरुद्ध आइपीसी की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत सीबीआइ द्वारा दर्ज की गई एफआइआर और आरोप पत्र के आधार पर जांच शुरू की थी। छापे के दौरान जांच एजेंसी को विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और अचल/चल संपत्तियों का विवरण मिला है, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। जांच में पता चला है कि जमीन घोटाले के साथ-साथ ऋण लेने के नाम पर ये भू-माफिया कई बैंकों को बड़ा चूना लगा चुके हैं। जांच अभी जारी है।