भोपाल । प्रदेश के कांग्रेस विधायक एवं कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश में महिलों पर हो रहे अत्याचार और बलात्कार की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है और इन पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए कहा है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में एनसीआरबी के आंकड़ों का उल्लेख किया है।
कांग्रेस के विधायक और प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि पिछले दिनों संसद में महिला उत्पीडऩ के संदर्भ में मध्यप्रदेश को शर्मसार करने वाले आंकड़ों को बताया गया। मैं तब से प्रतीक्षा कर रहा था कि आप कुछ बोलेंगे, कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे, संशोधित नीति-निर्देश भी जारी किए जाएंगे। लेकिन, आप जनता को कर्जदार बनाकर अपनी झूठी योजनाओं के प्रचार में ज्यादा व्यस्त हैं। महिलाओं के बीच जाकर भी आप महिला सुरक्षा को लेकर चुप हैं।
श्री पटवारी ने कहा- मणिपुर में यौन हिंसा का वीडियो वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मेरा हृदय आज पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। इस घटना से 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार होना पड़ा है। श्री पटवारी ने कहा कि आप चर्चाओं में बने रहने के लिए कुछ भी नौटंकी करते रहिए, लेकिन जनता सबकुछ जानती है। जब आप चुनावी चौपाल पर कदम रखेंगे तो आपसे पूछा जाएगा कि क्या डबल इंजन की सरकार महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए जवाबदेह नहीं है? लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना जैसी योजनाओं को लेकर करोड़ों रुपया खर्च करने वाला, 18 साल पुराना मुख्यमंत्री क्या महिला सुरक्षा को सुनिश्चित नहीं कर पा रहा है? क्या मध्यप्रदेश भाजपा को लगता है कि केवल कानून बनाने से महिलाओं की सुरक्षा हो जाएगी? पटवारी ने कहा कि कानून का पालन करने वाले और कानून के होने का असर दिखलाने वाले, यदि राजनीतिक समस्या और संरक्षण में फंसे हुए हैं, तो बेकसूरों की सुरक्षा किसकी जिम्मेदारी रहेगी?
मुख्यमंत्री जी आपसे हाथ जोडक़र प्रार्थना है मातृशक्ति के सुरक्षा की शपथ लीजिए। भय में जी रही बेटियों को विश्वास दिलाइए कि मध्यप्रदेश में कानून का राज रहेगा, दोषियों को दंड दिया जाएगा, पुलिस अपना काम पूरी ईमानदारी से करेगी।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में महिला अपराध से जुड़े 30673 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए। प्रदेश में बलात्कार के 3515 मामले दर्ज किए गए। इसी तरह बालिका, बुजुर्ग महिलाओं के आंकड़ों को भी मिला लिया जाए तो मध्यप्रदेश में 6459 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए।
प्रदेश में प्रतिदिन बलात्कार की 17 घटनाएं
मध्यप्रदेश में हर रोज बलात्कार की करीब 17 घटनाएं हो रही हैं, जो देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा सबसे अधिक हैं। आपके पिछले 18 सालों के कार्यकाल में महिलाओं और बच्चियों के साथ दुराचार की घटनाओं में बढ़ोत्तरी ही हुई हैं, क्यों? प्रदेश की जनता यह जानना चाहती हैं? साल 2021 के एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार मध्यप्रदेश नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले में देश में नंबर-1 है। प्रदेश में बच्चों से रेप की 2021 में 3522 घटनाएं हुईं।
2019 से 3 वर्ष में लगभग 251000 लड़कियां गायब
एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 के दौरान देश में कुल 82084 लड़कियां गुम हुई थीं, जबकि महिलाओं की संख्या 342168 थी। साल 2020 में 79233 लड़कियां गायब हुई तो वहीं लापता महिलाओं की संख्या 344422 रही. इसी तरह 2021 में 90113 लड़कियां गायब हुई थीं, जबकि 375058 महिलाएं लापता हो गईं. इसके बाद साल 2021 में भी 246 लड़कियां और 1027 महिलाओं के लापता होने के मामले दर्ज किए गए।