नई दिल्ली। कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली की अपने हिस्से की तीनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तकरीबन तय कर लिए हैं। इसमें उत्तर पूर्व दिल्ली क्षेत्र से जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार, चांदनी चौक क्षेत्र से पूर्व सांसद संदीप दीक्षित व उत्तर-पश्चिम दिल्ली क्षेत्र से पूर्व सांसद उदित राज के नाम शामिल हैं। संभवत: शुक्रवार को उम्मीदवारों की सूची जारी हो सकती है। उधर, सूत्र बताते हैं कि अब भी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का एक खेमा सूची में शामिल उम्मीदवारों के नामों से सहमत नहीं है। इनकी कोशिश सूची में बदलाव करवाने की है।
सूत्रों के अनुसार उत्तर-पूर्व दिल्ली क्षेत्र से कन्हैया कुमार के नाम की प्रदेश कांग्रेस ने कभी भी सिफारिश नहीं की थी। पहले कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी उनको बिहार से चुनाव लड़वाना चाह रहा है, लेकिन बिहार में कांग्रेस का सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल इससे सहमत नहीं हुआ। ऐसे में कन्हैया कुमार को वहां से नहीं उतारा जा सका। अब पार्टी इनको उत्तर-पूर्व दिल्ली संसदीय सीट से चुनाव लड़ाने जा रही है। इस क्षेत्र से भाजपा ने लगातार तीसरी बार अपने पूर्वांचली नेता मनोज तिवारी को टिकट दिया है। कांग्रेस का मानना है कि कन्हैया कुमार को दिल्ली में रह रहे पूर्वांचली ही नहीं, बल्कि दिल्ली के तमाम लोग जानते हैं। इस कारण वह मनोज तिवारी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस ने इस क्षेत्र से पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के अलावा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार व प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चतर सिंह के नाम भेजे थे।
कांग्रेस आलाकमान ने उत्तर-पूर्व दिल्ली क्षेत्र से कन्हैया कुमार का नाम तय करने के कारण पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को चांदनी चौक क्षेत्र से चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस ने इस क्षेत्र से पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल व पूर्व विधायक अलका लांबा के नाम की सिफारिश की थी। जयप्रकाश अग्रवाल इस क्षेत्र से तीन बार सांसद रह चुके हैं, जबकि लांबा इस क्षेत्र से एक बार विधायक चुनी जा चुकी हैं।संदीप दीक्षित पूर्वी दिल्ली क्षेत्र से दो बार सांसद चुने गए थे। वहीं, कांग्रेस आलाकमान ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली से उदित राज के नाम पर मुहर लगाई है। प्रदेश कांग्रेस ने इस क्षेत्र से उनके नाम के साथ-साथ पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान व पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार का नाम भेजा था। हाल ही में उदित राज को हरियाणा के अंबाला से टिकट देने की भी चर्चा शुरू हुई थी।