भोपाल। भोपाल लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी अरुण श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि भोपाल ने पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश को लेकर तुरंत सर्वे करवाया जाए, जिससे पता चल सके कि किसानों का कितना नुकसान हुआ है। शुक्रवार रात को भोपाल और आस पास आंधी पानी के साथ ही ओले भी गिरे हैं, इससे भारी नुकसान हुआ है। शहर अलावा गांवों में लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। झुग्गियों में तो लोग जाग जाग कर रात काटने को मजबूर हैं। शासन और प्रशासन तुरंत लोगों को मदद उपलब्ध कराए। श्रीवास्तव ने कहा कि चुनाव अपनी जगह है, लोगों को तत्काल सहायता मिलनी चाहिए। वे स्वयं भी ग्रामीण क्षेत्र में नुकसान का जायजा लेंगे।
सीहोर के ग्रामीण इलाकों में लोगों की समस्या जानने पहुंचे कांग्रेस प्रत्याशी अरुण श्रीवास्तव
कांग्रेस प्रत्याशी अरुण श्रीवास्तव ने शनिवार सुबह सीहोर के ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर ओला और बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि उन्होंने शासन और प्रशासन से तत्काल मदद के।लिए आग्रह किया है। कांग्रेस उनके हर सुख दुख में उनके साथ है।
श्रीवास्तव ने किसान और मजदूर मतदाताओं से समर्थन मांगा । इस दौरान जगह-जगह श्रीवास्तव को सुनने देखने सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण जन अपने-अपने घरे से निकले और श्रीवास्तव को अपनी समस्याओं से भी अवगत कराते हुए अपना जन समर्थन और आशीर्वाद दिया । अरुण श्रीवास्तव ने शनिवार सुबह से ही सीहोर इलाके के ग्रामीण क्षेत्र में सघन जनसंपर्क अभियान चलाया । श्रीवास्तव ने कुराना परवलिया झरखेड़ा रोड प्लाजा सीहोर दोराहा जोड़ और तुमडा में मतदाताओं से संपर्क किया । इस दौरान अनेक क्षेत्रों के किसानों ने श्रीवास्तव को अपनी मूलभूत समस्याओं से रूबरू कराया । श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा के 20 साल के कुशासन में भोपाल लोकसभा क्षेत्र का किसान लगातार पिछड़ता ही गया इसके लिए भाजपा की किसान विरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के साथ-साथ अभी तक चुने गए सांसदों की निष्क्रियता और लापरवाही है इन सांसदों की कार्य प्रणाली और निष्क्रियता का परिणाम है कि भोपाल क्षेत्र के किसान गरीबी रेखा से अभी तक उबर नहीं पाए हैं उन्होंने कहा कि बदलते मौसम की मार से आज इस क्षेत्र के किसान मुआवजा को लेकर परेशान है यही हालत मजदूर वर्ग का भी है इस वर्ग के लोगों को भी भाजपा की कुनीतियों से गरीब का गरीब बना रखा है भाजपा के चुने गए सांसद ने ग्रामीण इलाकों में कभी भी पहुंचकर किसान और मजदूर भाइयों की सुध नहीं ली वह अपना घर और परिवार भरने में ही लग रहे ।