विटिलिगो (Vitiligo): त्वचा का रंग छीनने वाली बीमारी
विटिलिगो एक त्वचा रोग है जो शरीर के विभिन्न भागों में मेलेनिन (Melanin) के नष्ट होने के कारण सफेद धब्बे बना देता है। यह किसी भी उम्र, लिंग या जाति के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह 20 वर्ष से कम आयु के लोगों में सबसे आम है।
यह एक गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से सामाजिक और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है। यदि आपको लगता है कि आपको विटिलिगो हो सकता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
विटिलिगो के लक्षण
- त्वचा पर सफेद धब्बे, जो चेहरे, हाथों, पैरों, धड़ या जननांगों पर दिखाई दे सकते हैं।
- सफेद बालों का समय से पहले झड़ना, खासकर सिर, भौंहों और पलकों पर।
- आंखों, नाक और मुंह के आसपास सफेद रंग का पड़ना।
- रंगहीन या हल्के रंग के जख्म या छाले।
विटिलिगो के कारण
विटिलिगो के सटीक कारण अज्ञात हैं, लेकिन माना जाता है कि यह निम्नलिखित कारकों के संयोजन से होता है:
आनुवंशिकी: यदि आपके परिवार में विटिलिगो का इतिहास है, तो आपको इसका खतरा अधिक होता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली: विटिलिगो एक ऑटोइम्यून बीमारी हो सकती है, जिसका अर्थ है कि प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ मेलेनोसाइट्स (रंगद्रव्य-उत्पादक कोशिकाओं) पर हमला करती है।
तनाव: शारीरिक या भावनात्मक तनाव विटिलिगो के प्रारंभ या बिगड़ने का कारण बन सकता है।
उपचार के कई विकल्प उपलब्ध हैं जो सफेद धब्बों को कम करने और त्वचा के रंग को एक समान करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए रोगी को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि विटिलिगो संक्रामक बीमारी नहीं है।