नई दिल्ली। दिल्ली में विश्व खाद्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने प्रेस कान्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव में 16 देश और देश के 23 राज्यों की हिस्सेदारी होगी। नीदरलेंड महोत्सव के आयोजन का भारत के साथ हिस्सेदार है। इस बार का महोत्सव मिलेट्स यानि मोटे अनाज पर केंद्रित होगा और इसका विशेष आकर्षण होगा सौ फुट का डोसा।
प्रहलाद सिंह पटेल ने बताया कि दिल्ली के प्रगति मैदान में विशाल मंडपम में आयोजित इस समारोह के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया गया है, जबकि समापन राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु करेंगी। आयोजन में 11 मंत्रालयों की भागीदारी होगी, कुल 16 देश इसमें हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा 9 देशों के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल, 6 देशों के अधिकारी प्रतिनिधिमंडल, 12 अंतर्राष्ट्रीय एसोसिएशन, एक दर्जन बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ सहित कुल 81 देशों की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।
आयोजन के कुल 48 सेशन होंगे। सौ फीट का डोसा इसमें प्रमुख आकर्षण होगा, इसके पहले 54 फीट के डोसा का रिकार्ड है। महोत्सव के प्रमुख उद्देश्य समृद्धि के लिए प्रसंस्करण और मोटे अनाज से दुनिया को भुखमरी से बचाना हैं। उन्होंने कहा कि मिलेट्स को लेकर सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि दुनिया को यदि भुखमरी से बचाना है तो मिलेटस पर जोर देना होगा। यूएन के प्लेटफार्म पर श्री मोदी ने कहा कि मिलेट्स वर्ष घोषित करना चाहिए, इसके बाद सर्वसम्मति से 2021 को मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया। ये महत्वपूर्ण है कि मिलेट्स उत्पादन में चालीस प्रतिशत भारत की भागीदारी है। हमारे पास कच्चा माल है, हम उसका बेहतर तरीके से उपयोग कर सकते हैं। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर को तकनीक के साथ आगे बढ़ाना होगा। महोत्सव में हम इस पर जोर देंगे। भारत को मिलेट्स हब के रूप में प्रस्तुत करना हम दुनिया को सस्ता खाद्य उपलब्ध कराएं, यह हमारा उद्देश्य होगा।