भोपाल। मध्य प्रदेश से भ्रष्टाचार की एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे जानकर आप यही कहेंगे कि ‘अरे ऐसा भी होता है क्या? ग्वालियर की केंद्रीय जेल में कैदियों से उनके परिजनों की मिलाई (मुलाकात) के नाम पर स्टाफ द्वारा पैसे लिए जाने का मामला सामने आया है. इसका खुलासा करता हुआ एक वीडियो वायरल हो गया है. जिससे पूरे जेल – प्रशासन में हडकंप मच गया है। दूसरी तरफ मिर्ची बाबा ने भोपाल केंद्रीय जेल के अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कई मुद्दों पर जवाब मांगा है।
ग्वालियर के वायरल वीडियो ने प्रशासन की पोल खोल दी है. पता नहीं ये गंदा खेल कब से चल रहा होगा.? Video Viral होने के बाद जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया है साथ ही जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
मुलाकात के नाम पर पैसे ऐंठने का काला खेल
जेल में मुलाकात और सामान पहुंचाने के नाम पर वसूली के आरोप तो पहले भी लगते रहे हैं. दबी जुबान से लोग इसके बारे में काफी कुछ कहते हैं, अब तक तो सबकुछ दबा हुआ ही था लेकिन इस वीडियो के वायरल होने के बाद सभी को खुलकर कहने का मौका भी मिल गया है।
जेल-प्रशासन के दावों की खुली पोल
जेल – प्रशासन लाख दावे करे लेकिन इस वायरल वीडियो ने उसके सारे दावों की पोल खोल दी है. यह वीडियो एक युवक ने लाइव बनाया है. 1.57 मिनट के इस वीडियो में एक युवक कैमरे पर लाइव आकर बता रहा है कि वह सेंट्रल जेल ग्वालियर में है और इसके बाद वह मिलाई के नाम पर रिश्वत वसूली की बात कहता है. चेक शर्ट पहने युवा वीडियो में बता रहा है कि जेल में रिश्वत लेकर बंदियों से मिलाई कराई जाती है. युवक ने फिर अपने एक साथी का रिश्वत देकर मिलाई के लिए जाते हुए वीडियो भी शूट किया और फिर इसे वायरल कर हंगामा मचा दिया।
मिर्ची बाबा ने केंद्रीय जेल भोपाल के अधीक्षक की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
इधर, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने केंद्रीय जेल भोपाल के अधीक्षक राकेश भांगड़े पर कैदियों के पेट काटकर उनकी स्वंत्रता और गरिमा तथा जेल की गोपनीयता कर रहे भंग करने का आरोप लगाया है। मिर्ची बाबा ने कहा कि मुझे पता चला है कि जेल में बंद कैदियों के पेट का हक काट कर जेल अधीक्षक राकेश भांगड़े ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की कथा का आयोजन केंद्रीय जेल में किया गया एवं कथा के दौरान संबंधित कैदियों से समव्यावहार व बातचीत का वार्तालाप कथावाचक के यूट्यूब चैनल पर भी चलाया जा रहा है । मिर्ची बाबा ने कहा कि केन्द्रीय जेल भोपाल में वर्ष 2023 में कथावाचक हरि ठाकुर चंडीगढ़ एवं वर्ष 2024 में कथावाचक आचार्य अनिरुद्धाचार्य की बड़े स्तर पर दो भागवत कथाओं का आयोजन किया गया था। सवाल यह उठता है कि आयोजन में खर्च की गई राशि और उसकी अनुमति क्या प्रशासन से ली गई थी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन के लिए जेल अधीक्षक राकेश भांगड़े ने कैदियों की स्वतंत्रता एवं गरिमा तथा जेल की गोपनीयता को भंग करने का काम किया है। मिर्ची बाबा ने कहा कि जेल अधीक्षक श्री भांगड़े के आचरण से जेल मैन्युल और सरकार की नीतियों का खुला उलंघन है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही जेल में हो रहे भ्रष्ट्राचार का खुलासा करेंगे । इसके लिए उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत कुछ जानकारी भी जेल अधीक्षक से चाही है।
निजता के संवैधानिक अधिकारों का हो रहा खुला उल्लंघन
बाबा ने कहा कि केंद्रीय जेल भोपाल द्वारा सोशल मीडिया में पोस्टेड वीडियो के माध्यम से यह प्रकाश में आया है कि अनिरुद्धाचार्य द्वारा कैदियों से प्रश्न उत्तर करके उनके निजी जीवन को सार्वजनिक किया गया है जो कि वर्तमान समय में केंद्रीय जेल भोपाल में बंद है। यह विधि के अनुसार गिल्टीफील के अंतर्गत आता है। उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय के ध्यान में यह बात आती है तो उनके प्रकरण का निराकरण करने में अवरोध उत्पन्न होगा, यह निजता के संवैधानिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है। मिर्ची बाबा ने सवाल उठाया है कि क्या जेल अधीक्षक, डीजी जेल एवं मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से ऐसा कोई आदेश पारित किया गया है कि कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से भागवत कथा के दौरान कैदियों से वार्तालाप कर उनका वीडियो फेसबुक तथा यूट्यूब पर डालकर प्रसारित कर दिया जाय।
जेल की सुरक्षा के साथ कर रहे खिलवाड़
मिर्ची बाबा ने कहा कि वर्तमान समय में केंद्रीय जेल भोपाल में विभिन्न प्रकार के कैदी जेल में निरुद्ध हैं, जैसे सिमी आतंकवादी, एचयूटी आदि खतरनाक आतंकवाद को चलाने वाले लोग हैं। यह वीडियो उनके हाथ लग जाते हैं तो ऐसी स्थिति में जेल के अन्दर के विभिन्न हिस्से के वीडियो को सोशल मीडिया पर डालकर सार्वजनिक करना जेल की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना जैसा है। जेल अधीक्षक राकेश भांगड़े ने जानबूझकर इस तरह का कृत्य किया गया जबकि इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन के द्वारा ऐसा कोई आदेश पारित नहीं किया गया है ।
इन बिंदुओं पर केंद्रीय जेल से मांगी जानकारी
एक वर्ष में बड़े स्तर पर दो बार भागवत कथा का आयोजन अनिरुद्धाचार्य के द्वारा कराया गया है इस स्तर के बड़े आयोजन के लिए खर्च की गई राशि का संपूर्ण ब्यौरा प्रदान करें।
आयोजन में खर्च की गई राशि तथा उसकी अनुमति प्रशासन से ली गई थी तो उसका संपूर्ण विवरण।
यदि जनसहयोग से कथा के लिये राशि एकत्र कराई गई है तो उस चंदे की राशि का संपूर्ण रशीद कट्टे का विवरण।
केंद्रीय जेल भोपाल में बंद महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित नियम अधिनियम में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि जब कोई पुरुष जेल अधीक्षक रात्रि के समय महिला बैरक का निरीक्षण करेगा तो उसके साथ एक महिला अधिकारी होना आवश्यक है, लेकिन वर्तमान अधीक्षक द्वारा कई बार रात्रि के समय अकेले ताला खुलवाया गया। इस संबंध में ऐसा कोई आदेश हो तो उसकी प्रति।