नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने 1169 करोड रुपए का लोन चुकाने में विफल रहने के बाद पीसी ज्वेलर्स के मालिकों की दो रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी पर कब्जा ले लिया है. पीसी ज्वेलर्स कंपनी और उसके गारंटर एसबीआई के 1169 करोड रुपए का लोन चुकाने में विफल रहे हैं. गुरुवार को इस खबर के सामने आने के बाद पीसी ज्वेलर्स लिमिटेड के शेयरों में करीब 1.39 फ़ीसदी की कमजोरी दर्ज की गई और इसके शेयर ₹28 के लेवल पर कामकाज कर रहे थे. पिछले 5 दिन में पीसी ज्वैलर के शेयर तीन फ़ीसदी गिर चुके हैं जबकि पिछले 1 महीने में इसमें चार फ़ीसदी की कमजोरी आ चुकी है।
भारतीय स्टेट बैंक ने एक नोटिफिकेशन में आम लोगों को चेतावनी दी है कि वह पीसी ज्वेलर्स की इस संपत्ति के साथ कोई डीलिंग नहीं करें क्योंकि बैंक को इससे 1267 करोड रुपए की वसूली करनी है. इसके साथ ही स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने अन्य सिक्योर्ड क्रेडिटर्स के लोन की रकम को भी इसमें जोड़ दिया है.
स्टेट बैंक आफ इंडिया ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में पीसी ज्वेलर्स के खिलाफ एक केस पहले ही दायर कर रखा है. पिछले साल अक्टूबर में पीसी ज्वेलर्स ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कहा था कि वह 3466 करोड रुपए का लोन डिफॉल्ट कर चुकी है।
इसके बाद स्टेट बैंक आफ इंडिया के नेतृत्व में बैंकों ने डेट रिकवरी अपीलेट ट्रिब्यूनल में मामला दायर किया था. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए जारी नतीजे में पीसी ज्वेलर्स ने कहा है कि एसबीआई, इंडियन बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और यूनियन बैंक डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल में अपने बकाए के लिए कंपनी के खिलाफ मामला दायर कर चुके हैं।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में पीसी ज्वेलर्स का घरेलू कारोबार 33 करोड रुपए पर सिमट गया था. पिछले साल की दूसरी तिमाही में यह 836 करोड रुपए पर था. पिछले कुछ समय से पीसी ज्वेलर्स के कामकाज में कई तरह की परेशानी सामने आ रही है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में पीसी ज्वेलर्स ने 14 स्टोर बंद कर दिए हैं और इसके साथ ही देश भर के तीन फ्रेंचाइजी स्टोर को भी बंद करना पड़ा है. अब कंपनी के पास 56 अपने और सात फ्रेंचाइजी स्टोर हैं. दिल्ली में पीसी ज्वेलर्स के तीन स्टोर हैं जो कोर्ट में जारी प्रक्रिया की वजह से कामकाज नहीं कर पा रहे हैं।