भोपाल। सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) की लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले किए गए तबादलों में एक और चूक सामने आई है। जीएडी द्वारा किए गए ताबड़तोड़ तबादलों में बैतूल में पदस्थ अपर कलेक्टर जेपी सैय्याम का तबादला जबलपुर किया गया था जबकि उनका रिटायरमेंट मई में था। इस तबादले के विरोध में सैय्याम कोर्ट चले गए और स्टे ले आए। अब बैतूल में मई माह तक दो अपर कलेक्टर रहेंगे।
16 मार्च तक किए गए तबादलों के दौरान सामान्य प्रशासन विभाग ने अंतिम दौर में बैतूल अपर कलेक्टर जेपी सैय्याम के स्थान पर राजीव नंदन श्रीवास्तव को बैतूल का अपर कलेक्टर बनाया था। इसके बाद श्रीवास्तव बैतूल ज्वाइन करने पहुंचे तो कलेक्टर ने उन्हें ज्वाइन करा लिया। इस बीच बैतूल से जबलपुर के लिए स्थानांतरित किए गए सैय्याम ने सरकार के आदेश के विरोध में हाईकोर्ट में आवेदन लगा दिया। चूंकि सैय्याम का दो माह बाद मई में रिटायरमेंट है। इसलिए कोर्ट ने तबादले पर स्थगन दे दिया और अब यहां दो अपर कलेक्टर काम कर रहे हैं।
अनूपपुर में भी अपर कलेक्टर पदस्थापना पर उलझा था मामला
इसके पहले अनूपपुर में अपर कलेक्टर के पद पर रतलाम जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव की पदस्थापना का मामला भी उलझ गया था। वैष्णव के स्थान पर धार में पदस्थ रहे श्रृंगार श्रीवास्तव की पोस्टिंग की थी। श्रीवास्तव ज्वाइन करने पहुंच गए पर 16 मार्च को ही स्थानांतरित किए गए वैष्णव उस दिन रिलीव नहीं हो पाए थे। इसके बाद आचार संहिता लागू होने के कारण उनकी रिलीविंग और ज्वाइनिंग पर रतलाम और अनूपपुर कलेक्टर को जीएडी और चुनाव आयोग से मार्गदर्शन मांगना पड़ा था।