भोपाल। 2020 में अयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने के बावजूद नियुक्ति नहीं मिलने वाले चयनित अभ्यर्थी फिर प्रदर्शन की तैयारी में हैं। उन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव को अपनी नियुक्तियों को लेकर एक ज्ञापन भी दिया है। जिसमें उन्होंने प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 काउंसिलिंग प्रक्रिया में चॉइस फीलिंग कर चुके अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की बात की है।
शिक्षकों ने बताया कि लंबे समय तक हम तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग कर चुके हैं। अब यही मांग हम नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से कर रहे हैं।
पत्र में लिखा है कि हम प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 उत्तीर्ण अभ्यर्थी है। मप्र में 12 वर्षों पश्चात् प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रियाधीन है, दिसंबर 2019 में नोटिफिकेशन आया। 4 साल हो गए अभी तक भर्ती लंबित है। हम समस्त सभी वर्गों के अभ्यर्थी काउंसिलिंग प्रक्रिया में भाग ले चुके हैं। जिला एवं स्कूल चॉइस फीलिंग हो चुकी है। हम सभी वेटिंग लिस्ट में हैं, काउंसिलिंग प्रक्रिया में भाग ले चुके हैं। हम सभी अभ्यर्थियों की संख्या लगभग 9 हजार है।
अभी हाल ही में मध्यप्रदेश में प्राइमरी स्कूलों में 30 हजार से अधिक प्रमोशन और रिटायरमेंट से पद खाली हुए हैं। चुनाव से ठीक पहले पूर्व शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने 10 हजार से अधिक पद वृद्धि का आश्वासन दिया था कि जैसे ही दोबारा सरकार बनती है आप की मांग पूरी की जाएगी। हम 2 साल से पद वृद्धि की मांग कर रहे हैं, मानसिक रूप से बहुत प्रताडि़त हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि मप्र प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में पद वृद्धि करके नियुक्ति पत्र जारी करें।
दोबारा धरने पर बैठेंगे
मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण संघ संयोजक मंगल सिंह ने बताया हमने हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को ज्ञापन दिया है। हम चाहते हैं कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती वर्ग 3 में पदों में वृद्धि की जाए। काउंसिलिंग प्रक्रिया में भाग ले चुके और अन्य अभ्यर्थी निरंतर पदों में वृद्धि की मांग कर रहे हैं। विभाग में 30 हजार से ज्यादा पद खाली हैं। अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम दोबारा सडक़ों पर उतरेंगे और धरना प्रदर्शन भी करेंगे।