खरगोन। खरगोन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए बेटी की वॉइस का क्लोन बनाकर पेट्रोल पंप संचालक से ठगी का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने उन्हें वॉट़्सऐप कॉल कर कहा कि आपकी बेटी को CBI (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 20 लाख रुपए के फ्रॉड का आरोप है।
ठगों ने मां-पिता को बेटी के चीखने की आवाज भी सुनाई। उसे छोड़ने के लिए 50 हजार रुपए की डिमांड की। परिजन ने रुपए दे भी दिए, और रुपए देते, उससे पहले ही ठगी की आशंका हो गई। उन्होंने ऑनलाइन इंदौर क्राइम ब्रांच को शिकायत कर दी। एसपी राजेश दंडोडिया के नेतृत्व में इस मामले की जांच हो रही है।
पहले पढ़िए ठगों ने कैसे AI से परिजनों को फंसाया
ठग- हैलो, आप नमामी भंडारी की मां बोल रही हो?…
परिजन- हां, बोल रही हूं… ठग- आपको पता है क्या हुआ आपकी बेटी के साथ? उसे CBI ने अरेस्ट कर लिया है।
परिजन- इसकी क्या वजह है?
ठग- इसने अपनी तीन फ्रेंड के साथ मिलकर किसी के साथ 20 लाख का फ्रॉड किया है। हमने इन्हें कस्टडी में लिया है। परिजन- हमें आप बताइए हमें क्या करना चाहिए, हम आ जाते हैं वहां। ठग – नहीं, आप नहीं आओगे। हम आपको जैसा बताएंगे, वैसा करते जाओ।
14 मार्च की सुबह खरगोन के भंडारी पेट्रोल पंप संचालक श्याम भंडारी के पास वॉट्सऐप कॉल आया। वे सो रहे थे तो कॉल उनकी पत्नी ममता भंडारी ने उठाया। करीब ढाई घंटे तक कुछ इस तरह की बातें हुईं।
इस कॉल के बारे में ममता भंडारी ने बताया- मैंने उसी
समय अपनी बेटी को फोन लगाया। तो उन्होंने आपत्ति
ली। उन्होंने कहा कि बेटी को फोन क्यों लगाया। आईजी
साहब के पास उसका मोबाइल है। उसी समय मुझे मेरी
बेटी के चीखने की आवाज सुनाई दी।
फिर धीरे-धीरे वो डिमांड करने लगे। आप कितना पैसा निकाल सकते हो, कितने जेवर निकाल सकते हो। ऑनलाइन जैसे भी हो हमें पेमेंट करो। वो लोग धीरे-धीरे ब्लैकमेल करने लगे। उन्होंने मुझसे 50 हजार रुपए की डिमांड की। हमने हमारे बेटे से पैसा डालने को कहा। उन्होंने इसका स्क्रीन शॉट मांगा। स्क्रीन शॉट भेजने पर उन्होंने कहा- आपकी बेटी को 10 मिनट में छोड़ देंगे।
मैंने कहा- मेरी बेटी से बात कराओ, तो बोले- आप बिल्कुल चुप रहो। वहां तमाम तरह की आवाजें आ रही थी, जैसे किसी पुलिस स्टेशन पर आती है। गाड़ियों की आवाज सुनाई दे रही थी। मेरी बेटी मम्मा मम्मा करके चींख रही थी। वो मेरी बेटी की आवाज थी।
बेटी इंदौर में कर रही पढ़ाई
पेट्रोल पंप संचालक श्याम भंडारी की 20 साल की बेटी नमामी इंदौर में पढ़ रही है। ठगों ने जब उन्हें बेटी की गिरफ्तारी की बात कही तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ। पिता ने बेटी को फोन किया। लेकिन, उसने फोन रिसीव नहीं किया। फिर उन्हें लगा कि बेटी गंभीर मामले में फंस गई है।
मां ममता भंडारी ने बताया कि साइबर अपराधियों ने हमें बेटी के चीखने की आवाज सुनाई। ये आवाज हमारी बेटी की तरह ही थी। ये सुनकर हम डर गए। उन्होंने हमें पुलिस के सायरन की आवाज भी सुनाई। हमने उनके कहने पर 50 हजार रुपए भतीजे के जरिए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने जब और रुपए मांगे तो हमें शक हुआ।
रिश्तेदार को बेटी के हॉस्टल भिजवाया तब हुआ
खुलासा
इस दौरान पिता ने इंदौर में अपने एक रिश्तेदार को बेटी के हॉस्टल भेजा। जब वे हॉस्टल पहुंचे तो बेटी से मुलाकात हो गई। वहां सब कुछ ठीक था। रिश्तेदार ने बेटी के सकुशल होने की जानकारी दी। इस तरह मामले का राज खुल गया। बेटी ने बताया कि वो सो रही थी इसलिए उसने फोन नहीं उठाया। बेटी से बात हो जाने के बाद पिता ने साइबर पुलिस को ऑनलाइन शिकायत कर दी।
एसपी बोले- संभलकर करें ऑनलाइन ट्रांसफर
खरगोन एसपी धर्मराज मीणा ने कहा कि क्राइम ब्रांच इंदौर इस मामले की जांच कर रही है। लोगों को अलग तरह के ठगी के इस मामले से बचने के लिए अच्छे से पड़ताल के बाद ही रुपए ट्रांसफर करना चाहिए। यदि किसी तरह के उलझन में भी फंस जाते हैं तो उन्हें तत्काल लोकल पुलिस या साइबर क्राइम सेल से मदद लेना चाहिए।