भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने आज भाजपा जॉइन कर ली। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और धार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, पिछली विधानसभा में इंदौर से कांग्रेस के इकलौते विधायक रहे संजय शुक्ला, पूर्व विधायक विशाल पटेल, अर्जुन पलिया, सतपाल पलिया और भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की मध्यप्रदेश से विदाई के तीसरे दिन कांग्रेस को ये बड़ा झटका माना जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं ने सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के सामने प्रदेश कार्यालय में भाजपा जॉइन की। सूत्रों की मानें तो सुरेश पचौरी की भाजपा नेताओं से बातचीत चल रही थी। इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 11 बजे देखिए इंदौर से बड़ा लॉट आने वाला है।
आगे आगे राहुल जा रहे हैं और पीछे से कांग्रेस साफ हो रही है: मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि आगे-आगे राहुल गांधी जा रहे हैं और पीछे से कांग्रेस साफ हो रही है। ‘दुर्भाग्य से कांग्रेस नेतृत्व देश की सेवा में काम करने वाले ऐसे अच्छे लोगों की अनदेखी कर रहा है। कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति ऐसे माहौल में काम क्यों करना चाहेगा?’
इंदौर-1 के पूर्व विधायक संजय शुक्ला को भाजपा का दुपट्टा पहनाते वक्त मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मजाकिया अंदाज में कहा- साले, तेरी गोली सुनी और तेरे को लेना पड़ा रहा है। यह सुनकर संजय जोर से हंस दिए। साथ में कैलाश ने भी ठहाका लगाया। उनके इस मजाक का वीडियो भी सामने आया है।पचौरी बोले- कांग्रेस की जात की बात से जातीय संघर्ष बढ़ रहा
सुरेश पचौरी ने कहा, कैलाश विजयवर्गीय से हमें मंत्र सीखना है कि चुनाव लड़ें तो जीता कैसे जाता है। मेरा ध्येय समाज सेवा और राष्ट्र सेवा का था। कांग्रेस में एक नारा लगा था, न जात का न पात का, लेकिन कांग्रेस में ये नारा दरकिनार कर दिया गया है। आज जाति की बात हो रही है। इससे जातीय संघर्ष बढ़ रहा है। पिछले दिनों में जो राजनीतिक और धार्मिक निर्णय हो रहे हैं, वो दुखी करने वाले हो रहे हैं।
शिवराज बोले- राहुल कांग्रेस को समाप्त करने निकले हैं
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, आजादी के बाद गांधी जी ने कहा था, कांग्रेस आजादी का आंदोलन था, कांग्रेस भंग कर देनी चाहिए, लेकिन पं. जवाहर लाल नेहरू ने कांग्रेस को भंग नहीं होने दिया। उन्होंने राजनीतिक लाभ उठाया। राहुल गांधी अब गांधी जी इच्छा पूरी करेंगे। राहुल कांग्रेस को समाप्त करने के लिए निकले हैं।