भोपाल। भाजपा के केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र तोमर का वीडियो ज़बर्दस्त वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो करोड़ों रुपए की लेनदेन की बात करते प्रतीत हो रहे हैं। इस वीडियो में देवेंद्र लखनऊ के एक बिचौलिए के ज़रिए माइनिंग कारोबारियों से करोड़ों रुपये लेने के लिए मल्टीपल बैंक अकाउंट के बंदोबस्त की जाँच करते हुए सुने जा सकते हैं। कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया सुनेत ने आज प्रेस कान्फ्रेंस में इस मामले को लेकर न्यायिक जांच और केंद्रीय मंत्री को पद से बर्खास्त करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि एक बिचौलिया उनसे अलग अलग बैंक खातों के डिटेल भी माँगते हुए दिखाई दे रहा है। याद रहे कि नरेंद्र सिंह तोमर 2014 से 2019 के बीच केंद्रीय इस्पात और खनन मंत्री रह चुके हैं। वे मुरैना की दिमनी सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं। वायरल वीडियो में त्यागी सरनेम वाले आरबीआई से रिटायर्ड कमिश्नर के माध्यम से किसी पार्टी के 100 करोड़ देने को तैयार होने की बात हो रही है। किसी हरप्रीत गिल और डीएचएल नाम की फर्म के संचालक से पैसे लेने की बात भी है। बिचौलिया देवेंद्र को कभी गुरुजी, कभी भैया कहकर संबोधित कर रहा है।
रोहित भैया नाम के किसी शख्स को पैसे भेजने की बात आती है। राजस्थान-पंजाब की एक पार्टी जिसे ट्रेडिंग फर्म और माइनिंग कारोबारी बताया गया है, उससे 39 करोड़ की डील हो रही है, जिसमें 18 करोड़ पहले आ जाने और बाद में 21 करोड़ और देने की बात हो रही है। बातों से ऐसा प्रतीत होता है कि यह पैसा मोहाली के कोई लैंड व्यापारी के माध्यम से आएगा।
इस वायरल वीडियो में बिचौलिया किसी पार्सल का भी जिक़्र कर रहा है जिसको दिल्ली एयरपोर्ट पर देवेंद्र तोमर की पत्नी के नाम पहुँचाया गया। इसमें दिल्ली के कृष्णा मेनन मार्ग का पता और पासपोर्ट की जानकारी मांगे जाने की बात होती है। देवेंद्र कहते हैं कि पासपोर्ट की जानकारी भेज दी है, पते का प्रूफ कृष्णा मेनन मार्ग के बजाए उनके खुद के घर का है। ज्ञात रहे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के ठीक सामने वाले बंगले 3, कृष्ण मेनन मार्ग में रहते हैं।
सुश्री सुनेत ने सवाल किया, आखिर यह कौन से पैसे हैं, किससे लेने हैं, क्यों लेने है, इन पैसों का क्या होगा? एक बात तो साफ़ है यह पैसा मध्यप्रदेश की जनता का है, यहाँ के किसानों का है, बेरोजग़ार युवाओं का है, यहाँ की महिलाओं का वो हक़ है जिसे लूट कर तोमर और उनके परिवार वाले संभवत: अपनी तिजोरियाँ भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम को ईडी-ईडी खेलने का बड़ा शौक़ है, लेकिन यहाँ सैकड़ों करोड़ों रुपये की रिश्वत की बात होती दिख रही है यहाँ ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स को मानो साँप सूंघ गया हो। चुनाव के दौरान ऐसा वीडियो और भी बड़ी शंका पैदा करता है। यह काला धन कहाँ लगाया गया है। चुनाव आयोग को इस वीडियो का संज्ञान लेकर इसकी सत्यता स्थापित कर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए। आज सवाल यह है कि इस भ्रष्टाचार के तार कहाँ तक जुड़े हैं? एक अकेला लडक़ा मध्यप्रदेश में इतना बड़ा गोरखधंधा तो नहीं चला सकता। तो इसमें कहाँ तक प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं? किस किस केंद्रीय मंत्री की साँठ गाँठ है? क्या प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और वित्त मंत्री इतने बड़ी घूसख़ोरी से अनभिज्ञ हैं, क्या उनको इसकी जानकारी ही नहीं?