भोपाल। चार बार के सांसद राकेश सिंह मध्य प्रदेश में जबलपुर जिले की पश्चिम विधानसभा सीट को एक बार फिर बीजेपी के खाते में लाने के लिए विधानसभा चुनाव के समय में पहली बार मैदान में उतारे गए है. लेकिन जबलपुर चुनाव को लेकर जो विश्लेषण सामने आ रहा है, उसके अनुसार राकेश सिंह कमजोर उम्मीदवार साबित हो सकते हैं। स्थानीय लोग तो कह रहे हैं कि तरुण भनोट को बीजेपी ने वॉक ओवर दे दिया है।
जबलपुर में राकेश सिंह का जनाधार लगातार घटा है। लोकसभा चुनाव जीता, लेकिन स्थानीय स्तर पर उनका खास प्रभाव नहीं है। बीजेपी के हिमलोग उनसे नाराज हैं। इसके अलावा इस सीट पर ब्राह्मण समाज के वोट खासी तादाद में निवास करते हैं, जो शत प्रतिशत भनोट के साथ बताए जा रहे हैं। इसके साथ ही पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय भी भनोट ने अपने क्षेत्र का पूरा ध्यान रखा। लोगो से जुड़े रहे, जबकि राकेश सिंह से पार्टी के कार्यकर्ता तक खुश नहीं हैं, ऐसा बताया जा रहा है।
टिकट मिलने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब होते हुए राकेश सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता होने के नाते ये मेरी जिम्मेदारी है कि निर्णय को स्वीकार कर आगे बढूं. नेतृत्व की मंशा के अनुरूप देश और प्रदेश की प्रगति के लिए कार्य करना हमारा दायित्व है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि जनता के आशीर्वाद और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की संगठन शक्ति के बल से हम पश्चिम विधानसभा के साथ जबलपुर की सभी 8 सीटों पर विधानसभा का चुनाव जीतेंगे.उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रचंड बहुमत से बीजेपी की सरकार पुनः बनेगी।
तरुण भनोट के खिलाफ कमजोर कैंडिडेट ?
दूसरी तरफ,राजनीतिक जानकार कह रहे हैं कि बीजेपी के सर्वे में जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट काफी कठिन मानी जा रही थी. यहां से पिछले दो चुनाव में कांग्रेस के तरुण भनोट जीतकर ताकतवर नेता और विधायक बन चुके हैं। कमलनाथ की सवा साल की सरकार में तरुण भनोट को महत्वपूर्ण वित्त मंत्रालय का पोर्टफोलियो भी दिया गया था. कहा जा रहा है कि इस सीट पर पार्टी के सर्वे में बीजेपी की ओर से जितने भी दावेदार थे, उन्हें तरुण भनोट के खिलाफ कमजोर कैंडिडेट माना गया. इसी वजह से पिछले लोकसभा चुनाव में जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट से 84 हजार से ज्यादा की बढ़त लेने वाले सांसद राकेश सिंह को अप्रत्याशित रूप से तरुण भनोट के खिलाफ मैदान में उतार दिया गया।
दूसरी बार तरुण भनोट से पराजित हुए थे
आइये जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट पर, 2008 से लेकर 2018 तक के 3 विधानसभा चुनाव परिणामों पर एक नजर डाल लेते है. यहां से साल 2018 में कांग्रेस के तरुण भनोत को 18,683 मतों से जीत मिली थी, जबकि बीजेपी के हरेंद्र जीत सिंह बब्बू को 63676 वोट हासिल करते हुए। दूसरी बार तरुण भनोट से पराजित हुए थे. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में तीन बार के विधायक हरेंद्र जीत सिंह बब्बू को तरुण भनोत ने 923 वोटों से शिकस्त देकर बीजेपी का किला ढहा दिया था।