भोपाल। मध्य प्रदेश की भारत स्काउट एवं गाइड के अधिकारियों के खिलाफ महिला उत्पीड़न की शिकायत होने पर अधिकारियों ने मीटिंग लेकर कर्मचारियों की क्लास ली और बिफरते हुए अंदाज में नाराजगी का इजहार किया। हालांकि मामले के शासन द्वारा बनाई गई कमेटी ने पीड़ित महिलाओं सहित अन्य लोगों के बयान लेकर जांच पूरी कर ली है लेकिन अब तक को एक्शन सामने नहीं आया है।
भारत स्काउट एवं गाइड मध्य प्रदेश संस्था में महिला कर्मचारियों के साथ उत्पीड़न की घटनाएं होने की जानकारी राज्य शासन को लगी थी जिसमें शुक्रवार को एक्शन लेते हुए स्कूल शिक्षा विभाग की उप सचिव श्रीमती मंजूषा विक्रांत राय को जांच सौंपी गई। उनकी सहायता के लिए लोक शिक्षण संचालनालय की अपर संचालक कामना आचार्य व संयुक्त संचालक रेखा पटेल को भी दिया गया।
स्कूल शिक्षा विभाग में शिकायत पहुंची
शिकायत के बाद मीटिंग बुलाकर धमकी
शिकायत के बाद अधिकारियों ने एक मीटिंग बुलाई जिसमें नए साल के उपलक्ष्य में आयोजित करके अधिकारियों-कर्मचारियों को बुलाया गया। मीटिंग में राजीव जैन ने राजेश मिश्रा की मौजूदगी में उपस्थित लोगों को तेज आवाज में धमकी भरे अंदाज में डराया और संस्था को बदनाम नहीं करने की बात कही। शिकायत करने से कुछ नहीं होने की बात कहते हुए लोगों को धमकाया कि वे लोग भी लोकायुक्त और अन्य जगह शिकायत कर सकते हैं। सभी की जांच शुरू हो जाएगी। मगर ऐसा नहीं करेंगे। राजीव जैन ने राजेश मिश्रा का मीटिंग में हवाला देते हुए कहा कि वे मित्र हैं और वे ही लेकर आए हैं। इसलिए वे जो कहेंगे वह पूरी निष्ठा करेंगे।
जांच कमेटी ने बयान लिए, कार्रवाई का इंतजार
महिलाओं की शिकायत पर राज्य शासन ने इस महीने के शुरू में एक कमेटी बनाई थी जिसमें उप सचिव स्कूल शिक्षा मंजूषा राय, अपर संचालक कामना आचार्य व संयुक्त संचालक रेखा पटेल शामिल थीं। राय, आचार्य व पटेल के साथ संगीता ठाकुर जांच के लिए भारत स्काउट एवं गाइड मध्य प्रदेश शाखा में संबंधित पक्षों के बयान लेने भी पहुंची थी। सूत्र बताते हैं कि कमेटी ने बयान लेकर जांच रिपोर्ट बना ली लेकिन इसके आधार पर अभी तक एक्शन सामने नहीं आया है। जब रिपोर्ट को लेकर मंजूषा राय से चर्चा की तो उन्होंने ट्रेनिंग पर होने के कारण इस संबंध में फिलहाल चर्चा करने से बचते हुए कहा कि वे भोपाल में नहीं हैं।