भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में नए युग की शुरुवात हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष तीनों पदों को कमान युवा हाथों के सौंप दी गई है। और तीनों ही राहुल गांधी की टीम के मेंबर हैं। एक तरह से मध्य प्रदेश से पहली बार कांग्रेस ने बुजुर्गों को विदाई दे दी है।
मध्य प्रदेश में पीसीसी चीफ कमलनाथ के स्थान पर अब जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी गई है, जबकि आदिवासी नेता उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया है।
खास बात यह है कि कांग्रेस ने भी नियुक्तियों में सामाजिक सिस्टम साधने का प्रयास किया है। 50 वर्षीय जीतू पटवारी 2013 में पहली बार राऊ सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। जीतू ओबीसी वर्ग से आते हैं और फिलहाल कांग्रेस सचिव और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रभारी हैं। वह मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बता दें कि राऊ सीट पर इस बार भी कांग्रेस ने जीतू पटवारी चुनाव में खड़ा किया था लेकिन वह बीजेपी के मधु वर्मा से हार गए जबकि 2018 में जीतू पटवारी ने मधु वर्मा को 5703 वोट से हराया था। जीतू पटवारी राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। वह कमलनाथ सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। वे मालवा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उमंग सिंघार आदिवासी वर्ग से हैं। उनकी बुआ स्वर्गीय जमुना देवी प्रदेश की उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भी रह चुकी हैं। उमंग निमाड़ क्षेत्र से आते हैं।
हेमंत कटारे सामान्य वर्ग से हैं। उनके पिता सत्यदेव कटारे नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। हेमंत चंबल ग्वालियर से आते हैं और भिंड जिले की अटेर सीट से जीते हैं। उन्होंने मंत्री रहे अरविंद भदौरिया को पराजित किया है।
नहीं बैठ रही थी पटरी
बताया जा रहा है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और ऑल इंडिया कांग्रेस में लंबे समय से पटरी नहीं बैठ पा रही थी। इसी का नतीजा रहा कि पार्टी को विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी। नाथ और दिल्ली में तालमेल न होने की झलक कई बार पार्टी फैसलों में भी साफ दिखाई देती थी। ऐसे में पार्टी ने अब फाइनली कमलनाथ के हाथ से प्रदेश की कमान लेते हुए युवा चेहरे जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी दी है। हालांकि, जीतू पटवारी खुद इस बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाए, वह राऊ विधानसभा से अपना चुनाव हार गए थे।
जीतू पटवारी का बयान…
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में मिली नई जिम्मेदारी के लिए मैं आदरणीय मल्लिकार्जुन खड़गे जी और हम सभी के मार्गदर्शक आदरणीय राहुल गांधी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
मुझे विश्वास है कि सभी वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन और युवा साथियों के ऊर्जावान सहयोग से मध्यप्रदेश कांग्रेस जनहित की निर्णायक लड़ाई लड़ेगी.
साझा प्रयास और सामूहिक नेतृत्व से कांग्रेस की विचारधारा को घर-घर तक पहुंचाने के लिए भी प्राण-प्रण से जुटेगी.
“जय कांग्रेस, विजय कांग्रेस”