भोपाल। कांग्रेस ने प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के बाद प्रत्याशी चयन के माध्यम से एक बार फिर युवाओं को आगे बढ़ाने का संदेश साफ कर दिया। पहली सूची में घोषित 10 लोकसभा सीटों के टिकट में से आठ पर प्रत्याशी की आयु 50 वर्ष से कम है। केवल फूल सिंह बरैया और राजेंद्र मालवीय की आयु 50 वर्ष से अधिक है।
पार्टी ने पिछड़ा वर्ग के दो बड़े चेहरे को प्रत्याशी बनाकर अपनी प्राथमिकता भी बता दी है। पहली सूची में फोकस आदिवासी सीटों को रखा गया है पर एक भी महिला प्रत्याशी का नाम नहीं है। पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि अभी दूसरी सूची आनी है, जिसमें सभी महिलाएं भी होंगी।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी अब नया नेतृत्व तैयार कर रही है। इसी कड़ी में संगठन की बागडोर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से लेकर जीतू पटवारी को दी गई। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उप नेता हेमंत कटारे को बनाकर युवाओं को आगे बढ़ाने का संदेश दिया गया। प्रत्याशी चयन में इसी लाइन को आगे बढ़ाया गया है। हालांकि समीकरणों को देखते हुए भिंड से फूल सिंह बरैया और देवास से राजेंद्र मालवीय को आगे किया है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन अन्य सीटों के मुकाबले आदिवासी सीटों पर बेहतर रहा था। मंडला की छह आदिवासी सीटों में से कांग्रेस ने चार, धार की पांच में से चार, खरगोन की पांच में से चार और बैतूल की चार में से एक सीट जीती थी। राहुल गांधी की मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान भी आदिवासी वर्ग को फोकस करते हुए धार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बदनावर में आदिवासी न्याय सभा रखी गई थी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी इसी जिले से आते हैं। पार्टी ने यहां से राधेश्याम मुवेल को मैदान में उतारा है, जो पहली बार चुनाव लड़ेंगे।
पहली सूची में कांग्रेस के प्रदेश में दो युवा ओबीसी चेहरा सिद्धार्थ कुशवाहा और कमलेश्वर पटेल को प्रत्याशी बनाया है। दोनों को ही पार्टी आगे बढ़ा रही है। कुशवाहा को पार्टी ने सतना से महापौर का चुनाव भी लड़ाया था। वहीं, कमलेश्वर पटेल को राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य के साथ-साथ प्रदेश की विधानसभा चुनाव के लिए गठित सभी समितियों में रखा था।
सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय चुनाव समिति में 14 सीटों के प्रत्याशियों के नाम तय किए गए थे पर 10 सीटों के प्रत्याशी ही घोषित किए गए हैं। रतलाम, राजगढ़ सहित अन्य सीटों के लिए प्रस्तावित नामों के अलावा भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, गुना, बालाघाट सहित अन्य सीटों के प्रत्याशियों को लेकर अभी एकराय नहीं बन पाई है।
कांग्रेस ने लोकसभा प्रत्याशियों के चयन में संतुलन बनाने का काम किया है। किसी भी एक नेता से जुड़े व्यक्तियों को ही प्रत्याशी नहीं बनाया गया। रामू टेकाम और पाेरलाल खरते कमल नाथ से जुड़े हुए हैं तो बरैया और मालवीय का सीधा संपर्क पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है। पंकज अहिरवार और राधेश्याम मुवेल युवा कांग्रेस में काम कर चुके हैं और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं।