भोपाल। मुख्य सचिव वीरा राणा को छह महीने का एक्सटेंशन मिल गया है। केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार एक अप्रैल 2024 से 30 सितंबर 2024 तक एक्सटेंशन दिया गया है। वीरा राणा अब अगले 6 महीने तक यानी 30 सितंबर 2024 तक मध्यप्रदेश की मुख्य सचिव बनी रहेंगी।
श्रीमती रमा का 31 मार्च को रिटायरमेंट होना था। मोहन यादव सरकार ने उनके एक्सटेंशन के लिए फरवरी महीने के अंतिम सप्ताह में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था। इसके बाद केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के एक दिन पहले इस प्रस्ताव को मंजूरी देकर आदेश जारी कर दिया।
वीरा राणा छठी मुख्य सचिव हैं, जिन्हें सेवा वृद्धि मिली है। राणा से पहले शिवराज सरकार ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को दो बार 6-6 महीने का एक्सटेंशन दिया था। बैंस के दूसरे एक्सटेंशन का पीरियड 30 नवंबर को पूरा होने के बाद वीरा राणा को मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
मुख्यमंत्री के भरोसे की वजह
नई सरकार के गठन होने और डा. मोहन यादव के मुख्यमंत्री (13 दिसंबर) बनने के बाद माना जा रहा था कि वे अपनी पंसद के मुख्य सचिव को पदस्थ करेंगे। क्योंकि एक महीने से ज्यादा वक्त तक वीरा राणा प्रभारी मुख्य सचिव ही रहीं।
दरअसल, केंद्र सरकार ने जनवरी महीने में राणा के ही बैच (1988) के सीनियर आईएएस अफसर संजय बंदोपाध्याय की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर मध्य प्रदेश में पदस्थ कर दिया था। ऐसे में कयास लगाए जाने लगे थे कि बंदोपाध्याय को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। लेकिन, मुख्यमंत्री ने राणा पर भरोसा जताया।
17 जनवरी को राणा को मुख्य सचिव बनाने का आदेश जारी किया गया। जबकि बंदोपाध्याय को कर्मचारी चयन मंडल का अध्यक्ष बनाया गया। मंत्रालय सूत्रों का ये भी कहना है कि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव दोनों ही नए थे। अब दोनों के बीच सरकारी कामकाज को लेकर तालमेल बेहतर हो चुका है। इसलिए सरकार ने राणा को एक्सटेंशन देने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी।