भोपाल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बुधवार 6 मार्च को मध्यप्रदेश से राजस्थान में प्रवेश करेगी। इसके अगले दिन 7 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (सीईसी) की बैठक होगी। जिसमें मध्यप्रदेश के 3 नेता शामिल होंगे। इस बैठक में छत्तीसगढ़ की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी सीनियर लीडर्स को लोकसभा चुनाव लड़ाने पर फैसला हो सकता है।
कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार शाम 6 बजे होने वाली सीईसी की बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल के साथ प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, मप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और सीईसी मेंबर ओंकार सिंह मरकाम शामिल होंगे। बैठक में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, लक्षद्वीप, दिल्ली, राजस्थान और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी।
कांग्रेस सीईसी की बैठक के बाद मध्यप्रदेश की 10 से 15 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया जा सकता है। पहली सूची में छिंदवाड़ा, बैतूल, राजगढ़, बालाघाट, झाबुआ, गुना, धार, देवास, सीधी लोकसभा सीट पर नाम घोषित किए जा सकते हैं। 8 या 9 मार्च को कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आ सकती है।
बड़े नेताओं को चुनाव लड़ाने का हो सकता है ऐलान
कांग्रेस आलाकमान मप्र में बड़े नेताओं को चुनाव में उतार सकता है। छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सहित कांग्रेस के तमाम दिग्गजों को लोकसभा चुनाव में उतारने को लेकर सहमति बन गई है। 7 मार्च को होने वाली ष्टश्वष्ट की बैठक में इनके नामों पर औपचारिक ऐलान हो जाएगा। छत्तीसगढ़ की तरह मप्र के बड़े नेताओं को भी लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए कांग्रेस आलाकमान राजी कर सकता है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल कह चुकी हैं कि हमारी ये इच्छा है कि सभी वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ें।