भोपाल। कोलार पुलिस हिरासत में युवक की संदिग्ध मौत के मामले से जुड़ा एक ऑडियो सामने आया है। इसमें सुनाई दे रहा है कि पुलिस ने झूठ बोलकर एम्बुलेंस बुलाई थी। ऑडियो में दो लोगों के बीच बातचीत हो रही है।बात करने वाला एक युवक मृतक का बेटा अनमोल लोधी और दूसरा व्यक्ति एम्बुलेंस ड्राइवर बताया जा रहा है।
बातचीत में अनमोल पूछता है कि तुम्हें पापा कहां मिले ? वह जवाब देता है कि हमें 108 से कॉल आया था। वहां पुलिसवाले ने कॉल किया था। कहा था कि अम्रावत कला के पास एक्सीडेंट हो गया।
हम गाड़ी लेकर कोलार सामुदायिक केंद्र पहुंचे, तब तक घायल को थाने के बाहर ले जाया जा चुका था। हम वहां पहुंचे, वहां से पेशेंट हमारे हवाले किया। उसे जेपी अस्पताल पहुंचाया। मामले की जानकारी आपको कॉल
पर दी।
वहीं, अन्य ऑडियो में युवक मृतक के बड़े भाई पदम सिंह से कहता सुनाई दे रहा है कि सीएम हेल्प लाइन पर क्यों शिकायत की? पुलिस आपके प्रकरण में कार्रवाई कर रही है। ऐसे में शिकायत नहीं करना चाहिए। कॉल पर मृतक का भाई जवाब देता है कि घटना ऐसी है कि शिकायत जरूरी था।
मां से रिश्वत मांगने पर हुआ था विवाद
मृतक मुकेश लोधी के बेटे अनमोल लोधी ने बताया कि सामुदायिक केंद्र में सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे मां पूजा लोधी पहुंची थी। वहां मच्छरदानी बांटी जा रही थी। जिसे देने के एवज में आशा ऊषा कार्यकर्ता आशा साहू ने मां से 200 रुपए मांगे। मां ने रुपए नहीं होने की बात कही। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसकी सूचना पर पिता पहुंच गए। महिला ने अपने पति भगवानदास साहू को बुला लिया।
पुलिस की मारपीट से पिता की जान गई ?
अनमोल का कहना है कि भगवानदास ने आते ही पिता से बदसलूकी की। पुलिस बुलाकर पिता को पुलिस को सौंप दिया। पुलिस के वाहन में आशा और भगवान दास भी साथ गए। रास्ते में इसके बाद उनके साथ क्या हुआ, यह पुलिस को ही बताना चाहिये। हमें शक है पुलिस की मारपीट के कारण पिता की जान गई है। दोषियों पर कार्रवाई होना चाहिए।
अकेले कमाने वाले थे पिता
परिवार में पिता ही अकेले कमाने वाले थे। उनके जाने के बाद तीनों भाई-बहन यतीम हो गए हैं। मां सदमे में हैं। घायल हालत में पिता के मिलने के बाद से ही बदहवास हैं। न कुछ खाने को तैयार हैं और न ही पानी पीने को। घर से लेकर शवगृह तक पुलिस बल की तैनाती रही। जैसे हमने ही अपराध कर दिया हो। अनमोल का कहना है कि मैं 12वीं में पढ़ता हूं।