Sunday, 19 May

निर्वाचन आयोग ने सोमवार को राजनीतिक दलों को निर्देश दिया कि उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फर्जी सामग्री को संज्ञान में आने के तीन घंटे के भीतर हटा दिया जाए. यह निर्देश सोशल मीडिया के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए जारी किए गए दिशानिर्देशों का हिस्सा है.

आयोग ने यह भी चेतावनी दी है कि AI का इस्तेमाल कर गलत सामग्री बनाने या गलत सूचना फैलाने से बचा जाए. निर्वाचन आयोग के अनुसार, गहरी नकली (डीपफेक) वीडियो सामने आने पर राजनीतिक दल इसे तीन घंटे के अंदर हटाएं और पार्टी के जिम्मेदार व्यक्ति की पहचान कर उसे चेतावनी दें.

हाल ही में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अभिनेता आमिर खान और रणवीर सिंह के गहरी नकली वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए थे, जिन्हें बाद में हटा दिया गया था और उन पर मुकदमे भी दर्ज किए गए थे.

निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि “कुछ राजनीतिक दलों/ उनके प्रतिनिधियों द्वारा चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते समय आदर्श आचार संहिता (MCC) और मौजूदा कानूनी प्रावधानों के उल्लंघन के संज्ञान में, आयोग ने आज राजनीतिक दलों को सोशल मीडिया के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए निर्देश जारी किए हैं.”

निर्देशों में अन्य बातों के साथ-साथ राजनीतिक दलों को यह भी बताया गया है कि वे महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने से बचें, प्रचार में बच्चों का इस्तेमाल न करें और जानवरों को हिंसा या नुकसान पहुंचाने का चित्रण करने से बचें.

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