Nishpaksh MatNishpaksh Mat
  • होम
  • देश
  • अंतराष्ट्रीय
  • राज्य
  • लाइफस्टाइल
    • ब्यूटी
    • हेल्थ
  • टेक्नोलॉजी
  • ओपिनियन
  • करियर
  • अन्य
    • धार्मिक
    • ई-पेपर
Search
  • Home
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Use
  • Contact Us
© 2023 NM Media. All Rights Reserved.
Aa
Nishpaksh MatNishpaksh Mat
Aa
  • होम
  • देश
  • अंतराष्ट्रीय
  • राज्य
  • लाइफस्टाइल
  • टेक्नोलॉजी
  • ओपिनियन
  • करियर
  • अन्य
Search
  • होम
  • देश
  • अंतराष्ट्रीय
  • राज्य
  • लाइफस्टाइल
    • ब्यूटी
    • हेल्थ
  • टेक्नोलॉजी
  • ओपिनियन
  • करियर
  • अन्य
    • धार्मिक
    • ई-पेपर
Follow US
© 2023 NM Media. All Rights Reserved.

Home » Top News Stories

Top News Stories

इलाहाबाद हाई कोर्ट परिसर से मस्जिद हटाने, SC ने दिए सख्त आदेश

Nishpaksh Mat Team
Last updated: 14/03/2023 at 9:34 AM
Nishpaksh Mat Team
Share
1678766661 1 223
SHARE

नईदिल्ली

इलाहाबाद हाई कोर्ट परिसर में बनी मस्जिद को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 3 माह का वक्त दिया है। शीर्ष अदालत ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस फैसले को बरकरार रखते हुए यह आदेश दिया है, जिसमें उसने अपने परिसर से मस्जिद हटाने को कहा था। अदालत ने वक्फ मस्जिद हाई कोर्ट और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की ओर से दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया और कहा कि आपको मस्जिद हटाने के लिए तीन महीने का वक्त दिया जाता है। जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस सीटी रविकुमार की बेंच ने कहा कि यदि आज से तीन महीने के अंदर आप मस्जिद को नहीं हटाते हैं तो फिर अथॉरिटीज को यह छूट होगी कि वह उसे गिरा दें।

इसके अलावा बेंच ने याचिकाकर्ताओं को यह अनुमति भी दी कि वे उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापन देकर मस्जिद के लिए वैकल्पिक भूमि उपलब्ध कराने की मांग करें। बेंच ने कहा कि राज्य सरकार नियम के मुताबिक आपकी मांग पर विचार कर सकती है। बेंच ने कहा कि हाई कोर्ट परिसर में स्थित मस्जिद सरकार की लीज वाली जमीन पर स्थित थी। उसकी लीज 2022 में ही कैंसल हो गई थी। इसके बाद 2004 में यह जमीन हाई कोर्ट को दे दी गई थी ताकि वह अपने परिसर का विस्तार कर सके।

SC ने कहा- मस्जिद के पास जमीन का कोई कानूनी अधिकार नहीं

शीर्ष अदालत ने कहा कि हाई कोर्ट ने 2012 में अपनी जमीन वापस मांगी थी। इस पर मस्जिद का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। ऐसे में हम हाई कोर्ट के फैसले पर कोई दखल नहीं दे सकते। बता दें कि अभिषेक शुक्ला नाम के एडवोकेट की अर्जी पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मस्जिद हटाए जाने का आदेश दिया था। वहीं मस्जिद के पक्ष में बोलते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की इमारत 1861 में तैयार हुई थी। उसके बाद से ही मुस्लिम वकील, क्लर्क और क्लाइंट उत्तरी कोने पर शुक्रवार को नमाज पढ़ा करते थे। लेकिन इस जगह पर बाद में जजों के चेंबर बन गए।

कपिल सिब्बल ने किया मस्जिद हटाने की बात का विरोध

हालांकि मुस्लिम वकीलों की मांग पर हाई कोर्ट ने दक्षिणी छोर पर एक जगह नमाज के लिए दे दी। यहीं पर बाद में मस्जिद बन गई, लेकिन इस जमीन की लीज खत्म किए जाने के बाद मस्जिद हटाने की भी मांग हो रही है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि जिस मस्जिद को हटाने की बात हो रही है, वह तो इलाहाबाद हाई कोर्ट परिसर के बाहर रोड किनारे पर बनी है। ऐसे में यह कहना गलत होगा कि यह मस्जिद हाई कोर्ट परिसर के अंदर है।

वैसे सुनवाई के दौरान वक्फ मस्जिद के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की वर्तमान इमारत का निर्माण वर्ष 1861 में किया गया था.

तब से मुस्लिम वकील, मुस्लिम क्लर्क, मुस्लिम मुवक्किल शुक्रवार को उत्तरी कोने पर नमाज अदा कर रहे थे. वहां बकायदा वजू की भी व्यवस्था थी. बाद में जिस बरामदे में नमाज पढ़ी जा रही थी, उसके पास जजों के चैंबर बना दिए गए. मुस्लिम वकीलों के आग्रह पर तब हाई कोर्ट रजिस्ट्रार ने नमाज़ अदा करने के लिए हाईकोर्ट परिसर के दक्षिणी छोर पर एक और जगह नियत कर दी थी.

इस पर उत्तर प्रदेश सरकार के लिए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने जवाब दिया कि हाई कोर्ट के 500 मीटर के दायरे में एक और मस्जिद मौजूद है. वहां नमाज अदा की जा सकती है.

 

 


:



Get all latest News in Hindi (हिंदी समाचार) related to politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and MP news in Hindi. Follow us on Google news for latest Hindi News and National news updates.

You Might Also Like

जोमेटो द्वारा सन मोबिलिटी के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी अदला-बदली की सुविधा

पुनर्गठन के तहत राजधानी भोपाल में अब 5 तहसील होंगी, कोलार-हुजूर भी होगा शामिल।

केंद्रीय मंत्री शेखावत का कहना है कि गांधी परिवार खुद को ‘सबसे अलग, संविधान से ऊपर’ मानता है।

‘Minister Ashwini Vaishnaw launches first quantum computing-based communication network in the country’ in English.

अनन्या पांडे ने आदित्य रॉय कपूर के साथ अपनी शादी तय की

Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article supreme court con एनसीएलएटी के आदेश के खिलाफ टोरेंट की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 20 को
Next Article 01 7 मुख्यमंत्री से सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़ विंग के प्रतिनिधिमंडल ने की सौजन्य मुलाकात

Latest News

2 636
जोमेटो द्वारा सन मोबिलिटी के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी अदला-बदली की सुविधा
Top News Stories March 27, 2023
shivraj1 1
पुनर्गठन के तहत राजधानी भोपाल में अब 5 तहसील होंगी, कोलार-हुजूर भी होगा शामिल।
Top News Stories March 27, 2023
'द कपिल शर्मा शो' छोड़ने को लेकर सुनील ग्रोवर ने तोड़ी चुप्पी....
‘Sunil Grover ने चुप्पी तोड़ी, ‘द कपिल शर्मा शो’ छोड़ने के बारे में’
Entertainment News March 27, 2023
SBI रिसर्च के अनुसार अप्रैल में RBI ब्याज दर में
SBI रिसर्च के अनुसार, अप्रैल में RBI ब्याज दर में कोई बढ़ोतरी नहीं करनी चाहिए: रीवाइटेड हिंदी शीर्षक
Business March 27, 2023

RSS MP Info

Nishpaksh MatNishpaksh Mat
Follow US

© 2023 NM Media. All Rights reserved.

  • Home
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Use
  • Contact Us

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?