कांग्रेस नेता के. सुरेश ने कहा कि उनकी पार्टी अदाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे को उठाना जारी रखेगी और सरकार से सवाल पूछेगी क्योंकि सत्र के पहले चरण में इस बारे में सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया था. इसमें मुख्य मुद्दा केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरूपयोग का रहने की संभावना है. यह विषय नौकरी के बदले जमीन घोटाले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ जारी जांच को लेकर चर्चा में है. समाजवादी पार्टी, वाम दल और द्रमुक भी संघीय ढांचे पर आघात और संस्थाओं के कथित दुरूपयोग को लेकर विरोध व्यक्त कर रहे हैं.पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर केन्द्र सख्त, पंजाब सरकार से मांगी विस्तृत जांच रिपोर्ट
सत्र के दौरान तृणमूल कांग्रेस LIC, SBI के समक्ष संभावित खतरे, महंगाई, बेरोजगारी, केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरूपयोग के मुद्दे को उठायेगी. तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओब्रायन ने हाल ही में कहा था कि एलआईसी से जुडे निवेश प्रभाव खतरे, महंगाई जैसे विषयों का आम लोगों के जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ता है और तृणमूल कांग्रेस इन विषयों को उठायेगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी गैर भाजपा शासित राज्यों की सरकारों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरूपयोग के विषय को भी उठायेगी. गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को हुई थी जिस दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण दिया था. निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगा.