नई दिल्ली
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को तड़के 1:44 बजे “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन को भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के संयुक्त प्रयासों से अंजाम दिया गया, जिसकी निगरानी स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। इस कार्रवाई के बाद पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाली महिलाओं और पीड़ितों के परिजनों ने भारतीय सेना की बहादुरी की सराहना की और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू
पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले संतोष जगदाले की बेटी, अस्वरी जगदाले, जब इस ऑपरेशन की खबर से रूबरू हुईं, तो अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाईं। एएनआई से बात करते हुए असवरी ने कहा, “हम खुशी से रो पड़े। (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी ने बदला लिया है और जिस तरह से इस ऑपरेशन का नाम रखा गया – ‘सिंदूर’, उससे हमारी आंखों से आंसू रुक ही नहीं रहे। जिन बहनों का सिंदूर आतंकियों ने छीन लिया था, आज भारत ने उनका जवाब 9 जगहों पर दिया है। ये भाव अलग हैं, और हमारी आंखों से खुशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।”
“सरकार पर विश्वास जगा”
हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के पिता, संजय द्विवेदी, ने कहा कि इस ऑपरेशन से देश की सरकार पर भरोसा और मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा, “मैं लगातार खबरें देख रहा हूं। मैं भारतीय सेना को सलाम करता हूं और पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने देश के लोगों के दर्द को सुना। मैं सेना का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद को खत्म किया। ये खबर सुनकर हमारे पूरे परिवार का दिल हल्का हो गया है।”
“ये असली श्रद्धांजलि है”
शुभम द्विवेदी के एक अन्य रिश्तेदार मनोज द्विवेदी ने कहा, “22 अप्रैल को जब हमारा बच्चा शहीद हुआ, हमने कहा था कि हमारे देश में अब एक क्रांति आने वाली है। हमें पूरा विश्वास था कि पीएम मोदी आतंकवाद को खत्म करने के लिए सबसे सख्त कदम उठाएंगे। आज सेना ने हमारे बेटे को असली श्रद्धांजलि दी है, इसके लिए हम तहेदिल से शुक्रगुजार हैं।”
पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाली महिलाओं और परिजनों ने ऑपरेशन सिंदूर को अपने दुख का बदला लेने वाला कदम बताया। उनकी भावनात्मक प्रतिक्रियाओं ने पूरे देश को छू लिया। शुभम द्विवेदी की विधवा ने कहा, “आज मेरे पति का बदला पूरा हुआ। मैं भारतीय सेना को सलाम करती हूं और पीएम मोदी को धन्यवाद देती हूं। आज मेरे पति की आत्मा को शांति मिलेगी।”
महाराष्ट्र के कौस्तुभ गणबोते भी हमले में शहीद हुए थे। उनकी विधवा संगीता गणबोते ने कहा, “सेना का यह कदम सराहनीय है। ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनकर मैं भावुक हो गई। यह महिलाओं के सम्मान का प्रतीक है। पीएम मोदी ने आतंकियों को करारा जवाब दिया। आतंक का खात्मा हो!”
शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता का रिएक्शन
पहलगाम में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने इस कार्रवाई की सराहना की है। अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नरवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जब भी मीडिया ने मुझसे पूछा कि मैं भारत सरकार से क्या चाहता हूं, तो मैंने उनसे कहा कि मुझे उन पर भरोसा है और वे अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “और अब वह दिन आ गया है, जब काम पूरा हो गया है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, वे उन्हें वापस नहीं पा सके, लेकिन हम ऐसी कार्रवाई चाहते थे, जो एक बड़ा संदेश दे। मुझे लगता है कि वे (पाकिस्तान) इस कार्रवाई को कभी नहीं भूलेंगे।” नरवाल ने ऑपरेशन “सिंदूर” की भी सराहना की और कहा कि इससे 26 महिलाओं को निश्चित रूप से सांत्वना मिलेगी, जिन्होंने अपने पुरुषों को खो दिया है। उन्होंने सशस्त्र बलों को धन्यवाद दिया और कहा कि हमें हमेशा उनका सम्मान करना चाहिए, इससे उनका मनोबल बना रहता है।
“बेटे का बलिदान व्यर्थ नहीं गया”
पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मां आशा नरवाल ने कहा, “मेरा पूरा परिवार मोदी साहब के साथ है, जिन्होंने आज बदला लिया है। मैं सशस्त्र बलों के जवानों से कहना चाहती हूं कि वे आगे बढ़ते रहें। आज उन सभी को श्रद्धांजलि दी गई है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।”
पहलगाम आतंकवादी हमले में अपनी जान गंवाने वाले कर्नाटक निवासी मंजूनाथ राव की मां सुमति ने कहा, “मेरे बेटे का बलिदान व्यर्थ नहीं गया… हमें उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री मोदी उचित कार्रवाई करेंगे और उन्होंने ऐसा किया।”
जम्मू में गूंजे ‘भारतीय सेना जिंदाबाद’ के नारे
इस ऑपरेशन के बाद जम्मू में स्थानीय लोगों ने सड़कों पर उतरकर ‘भारतीय सेना जिंदाबाद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। लोगों ने खुले दिल से सेना और सरकार की सराहना की। एक स्थानीय निवासी ने एएनआई से कहा, “पाकिस्तान की ओर से हुए हमले का जवाब देना बेहद जरूरी था। हम सरकार और भारतीय सेना के आभारी हैं कि उन्होंने सटीक और प्रभावी कार्रवाई की।”
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ करारा जवाब
भारतीय सशस्त्र बलों ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन को “नॉन-एस्केलेटरी” और “कैलिब्रेटेड” बताया गया, जिसमें पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया। भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर लिखा, “न्याय हुआ। जय हिंद!” इस ऑपरेशन को पहलगाम हमले के जवाब में एक मजबूत कदम माना गया, जिसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो-टॉलरेंस नीति को भी दिखाया है।
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने इस ऑपरेशन की रातभर निगरानी की। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां से भारत के खिलाफ हमलों की साजिश रची जाती थी।” इस ऑपरेशन की सफलता ने न केवल भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश भी दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगा।
भारत ने लिया बदला
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल पहलगाम हमले का बदला लिया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने में सक्षम है। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि उनकी सेना ने दो भारतीय जेट और एक ड्रोन को मार गिराया, लेकिन भारत ने इसे खारिज करते हुए कहा कि उसकी कार्रवाई केवल आतंकी ठिकानों तक सीमित थी।
भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई और रूस जैसे देशों को अपनी कार्रवाई के बारे में जानकारी दी, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उसकी स्थिति और मजबूत हुई। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है, हालांकि उन्होंने कूटनीतिक रास्तों को भी खुला रखने की सलाह दी।
पीएम मोदी ने 13 दिन पहले ही कर दिए थे 3 इशारे
पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारत ने पाकिस्तान में दहशतगर्दों पर बेहद घातक प्रहार किया है। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों और उनके मुख्यालयों को ध्वस्त कर दिया है। आतंकी हमले के बाद भारत का जवाब किस तरह का होगा, इसको लेकर पीएम मोदी ने 13 दिन पहले ही तीन इशारे कर दिए थे। अब कुछ उसी तरह का ऐक्शन देखने को मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को बिहार की धरती से पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को संदेश दे दिया था। झंझापुर के विदेश्वरस्थान में आयोजित रैली में पीएम मोदी ने तीन बातें साफ कर दी थीं। पीएम मोदी ने कहा था कि आतंकियों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा दी जाएगी। आतंकियों और उनके आकाओं ने कल्पना नहीं की होगी कि इस तरह पाकिस्तान के बेहद अंदरुनी इलाकों में मौजूद आतंकी ठिकानों को भी भारत निशाना बना सकता है। भारतीय वायुसेना ने मिसाइलों के जरिए सीमा से 100 किलोमीटर दूर बहावलपुर तक में हमला किया है।
पीएम मोदी ने दूसरे इशारे में कहा था कि आतंकवादियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिला दिया जाएगा। ध्यान रहे कि भारत ने इससे पहले सर्जिकल स्ट्राइक करके पीओके में आतंकियों के कई लॉन्चिंग पैड्स को नष्ट कर दिया था। अब पीएम ने इशारा कर दिया था कि उन जगहों पर प्रहार किया जाएगा, जहां आतंकी छिपे हुए हैं। पीएम ने कहा था, ‘मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं जिन्होंने यह हमला किया है उन आतंकियों को और इन हमलों की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। सजा मिलकर के रहेगी। अब आतंकियों की बची खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।’
तीसरे इशारे के तौर पर पीएम मोदी ने किया था वह यह कि आतंकियों और उनके आकाओं की कमर तोड़ दी जाएगी। ऐसा करने के लिए ही भारतीय वायुसेना ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वॉर्टर पर मिसाइलों से धमाका कर दिया है।
कैसे हुआ था पहलगाम हमला?
पहलगाम के बैसारन घाटी में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय निवासी मारे गए। इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली, जो पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी माना जाता है। भारत ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान के “डीप स्टेट” की संलिप्तता का दावा किया और इसे 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक आतंकी घटना करार दिया। इस हमले ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी आक्रोश पैदा किया।
एक्शन के बाद LoC पर तनाव
मंगलवार रात करीब 1 बजे भारत ने इस हमले को अंजाम दिया. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. कार्रवाई के बाद से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है. रक्षा मंत्रालय हालात पर करीबी नजर बनाए हुए है और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में है.
हमले के बाद से गुस्से में थे पीएम मोदी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी गुस्से में थे. वह लगातार सेनाओं के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे. उन्होंने NSA अजित डोभाल के साथ कई बैठकें की. तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ हुई एक बैठक के बाद ये भी जानकारी सामने आई थी की पीएम मोदी ने सेनाओं को खुली छूट दे दी है.
पीएम मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक सभा को संबोधित करते हुए आतंकियों को कड़ा संदेश दिया था. उन्होंने कहा था कि इस बार ऐसा एक्शन होगा, जिसकी आतंकियों ने कल्पना ने भी नहीं की होगी. उन्हें मिट्टी में मिलाया जाएगा.
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