Thursday, 8 May


चंडीगढ़

पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सेना द्वारा मिसाइल हमले किए जाने के बाद भारतीय एयरलाइंस ने कई उड़ानें रद्द कर दी हैं और श्रीनगर समेत उत्तर भारत के कुछ हवाई अड्डों पर परिचालन रोक दिया गया है. अधिकारियों ने बताया, कि इंडिगो की करीब 160 घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. अधिकारियों में से एक ने कहा, कि दिल्ली हवाई अड्डे पर विभिन्न एयरलाइनों की कम से कम 20 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.

एअर इंडिया ने कहा, कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए एअर इंडिया ने जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट के हवाई अड्डों से अपनी सभी आने-जाने वाली उड़ानें दोपहर 12 बजे तक रद्द कर दी हैं. एयरलाइन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अमृतसर के लिए दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को मार्ग परिवर्तित कर दिल्ली भेजा जा रहा है. हमें इस अप्रत्याशित व्यवधान के कारण हुई असुविधा के लिए खेद है.”

स्पाइसजेट के अनुसार, मौजूदा स्थिति के कारण धर्मशाला (डीएचएम), लेह (आईएक्सएल), जम्मू (आईएक्सजे), श्रीनगर (एसएक्सआर) और अमृतसर (एटीक्यू) सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हवाई अड्डे अगले आदेश तक बंद हैं. स्पाइसजेट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रस्थान, आगमन और परिस्थितिवश अन्य उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं.”

इंडिगो ने कहा, कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजर श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर और जोधपुर से आने-जाने वाली उड़ानें दिनभर के लिए रद्द कर दी गई हैं. एयरलाइन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमें अपने नेटवर्क में उड़ान कार्यक्रम में बदलाव की आशंका है और सभी ग्राहकों को सलाह देते हैं कि वे हवाई अड्डे पर जाने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति के बारे में अद्यतन जानकारी प्राप्त करें.”

एअर इंडिया एक्सप्रेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, कि मौजूदा प्रतिबंधों के कारण हमारे नेटवर्क की कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं, जिनमें अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर और हिंडन से आने-जाने वाली उड़ानें दोपहर तक रद्द करना शामिल है.

अकासा एयर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘क्षेत्र में मौजूदा स्थिति के कारण, श्रीनगर हवाई अड्डे को नागरिक परिचालन के लिए बंद कर दिया गया है. परिणामस्वरूप, श्रीनगर से हमारी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.” एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली से विभिन्न घरेलू गंतव्यों के लिए कम से कम 20 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.

दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डीआईएएल) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कृपया ध्यान दें, हवाई क्षेत्र की बदलती परिस्थितियों के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर कुछ उड़ानें प्रभावित हुई हैं.” डीआईएएल, राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) का संचालन करता है.

भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा शामिल है.

इस बीच, कतर एयरवेज ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, कि उसने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण पाकिस्तान के लिए उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं.

इसके अलावा चंडीगढ़ एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। एयरपोर्ट को सेना ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। यहां से किसी भी तरह की उड़ान पर पाबंदी है। ना ही कोई फ्लाइट यहां लैंड करेगी और ना ही उड़ान भरेगी। फिलहाल चंडीगढ़ एय़रपोर्ट पर पूरी तरह से सेना का नियंत्रण है। इस हवाई अड्डे को सुबह ही प्रशासन ने बंद करने का आदेश जारी किया था। यहां से आज उड़ान भरने वालीं सभी 52 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है, जो हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, गोवा, हैदराबाद, इंदौर, लेह, लखनऊ, चेन्नै और जयपुर आदि शहरों के लिए जाने वाली थीं। अमृतसर एयरपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है।

सुबह ही पहुंचे सैकड़ों यात्री, सभी को लौटाया गया

इस एयरपोर्ट को बंद किए जाने की खबर यात्रियों को नहीं थी। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे, लेकिन उन्हें बैरिकेडिंग पर ही रोक दिया गया और उन्हें लौटना पड़ा। इस एयरपोर्ट पर हर दिन करीब 10 हजार लोग पहुंचते हैं। इस एयरपोर्ट का संचालन हरियाणा और पंजाब सरकार की मदद से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ही करती है। यह एयरफोर्स के चंडीगढ़ स्टेशन के दायरे में आता है।


भारत ने पाकिस्तान के इन 9 ठिकानों को क्यों बनाया
मंगलवार आधी रात के बाद भारत ने समन्वय तरीके से ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें आतंक के वो अहम ठिकाने शामिल हैं, जो लंबे समय से आतंकियों की पनाहगाह बने हुए थे। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान में जिन नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया है, उनमें बहावलपुर, मुरीदके, चक अमरू, सियालकोट, भीमबेर, गुलपुर, कोटली, बाघ और मुजफ्फराबाद के इलाके शामिल हैं।
पहगाम में धर्म पूछकर आतंकियों ने की थी हत्या
22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ। उसमें 25 पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया था कि भारत इसका जवाब देगा। इसके बाद 29 अप्रैल को सेना के तीनों प्रमुखों, सीडीएस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समेत वरिष्ठ मंत्रियों के साथ हुई बैठक में भी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का जवाब किस तरह होगा और कब होगा, यह तय करने के लिए सेना को खुली छूट दी गई है। इसके बाद यह तय हो गया था कि भारत जल्द कार्रवाई करेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सेना ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैय्यबा, हिजबुल, मसूद अजहर और हाफिज सईद के ठिकानों को निशाना बनाया।
ऑपरेशन सिंदूर ही नाम क्यों?
22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम स्थित पर्यटक स्थल पर आतंकियों ने गोलियां बरसाई थीं। इन आतंकियों ने लोगों से धर्म पूछा था। हिंदू पुरुषों को अलग किया और उनके परिवार के सामने उन्हें गोली मार दी। हमले में कई महिलाओं ने अपने पति को खोया। इनमें से कुछ महिलाओं की कुछ ही दिन पहले शादी हुई थी और वे पति के साथ पर्यटन के लिए पहलगाम आईं थीं। इस हमले में जिन महिलाओं के माथे का सिंदूर छिन गया, उन्हीं के सम्मान में एक संदेश देने के लिए भारत ने इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया।


Source : Agency

Share.
Exit mobile version