नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए अपना बदला पूरा कर लिया लिया है। भारतीय सेना ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। जानकारी के मुताबिक इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने 70 से ज्यादा आतंकवादियों को जहन्नुम पहुंचा दिया है। रातों-रात हुई इस कार्रवाई से पस्त पाकिस्तान अब गीदड़भभकी का सहारा ले रहा है। पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत के इन हमलों का जवाब देगा। हालांकि पाकिस्तान की किसी भी नापाक हरकत के लिए भारत पूरी तरह तैयार है।
आशंका है कि पाकिस्तान चीनी मिसाइलें भेज कर भारत की शांति को भंग करने की कोशिश कर सकता है। ऐसी किसी भी स्थिति के लिए भारत विश्व के सबसे बेहतरीन वायु रक्षा प्रणाली S-400 के साथ तैयार है। भारत के प्रमुख रक्षा सहयोगी रूस द्वारा निर्मित S-400 दुनिया की सबसे धांसू वायु रक्षा प्रणालियों में से एक है जो दुश्मन के किसी भी हमले को मात देने के लिए महज पांच मिनट में तैयार हो सकता है।
भारत के पास कितने S-400 ट्रायम्फ?
S-400 ट्रायम्फ सर्फेस टू एयर मोबाइल डिफेंस सिस्टम है। इसे रूस ने सबसे पहले 2007 में तैयार किया था। भारत ने अक्टूबर 2018 में रूस के साथ ऐसे 5 S-400 ट्रायम्फ मिसाइल सिस्टम रेजिमेंट का कॉन्ट्रैक्ट किया था। इस सौदे की अनुमानित कीमत लगभग 5.43 बिलियन डॉलर है। बता दों कि इनमें से 3 रेजिमेंट भारत के पास पहुंच गए हैं और बाकी 2 रेजिमेंट अगस्त 2026 तक भारत में तैनात कर दिए जाएंगे।
क्यों खास है S-400?
S-400 चार तरह की मिसाइलों से लैस है। इनमें 40N6E (400 किमी रेंज), 48N6E3 (250 किमी), 9M96E2 (120 किमी) और 9M96E (40 किमी) मिसाइल शामिल हैं। S-400 मिसाइल सिस्टम 400 किलोमीटर की दूरी और 30 किलोमीटर की ऊंचाई तक किसी भी विमान, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल जैसे लक्ष्यों को सटीकता से ट्रैक कर उसे हवा में ही ध्वस्त कर सकता है। इतना ही नहीं यह करीब 300 टारगेट्स को एक साथ ट्रैक कर सकता है।
Source : Agency