नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। राज्य जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से 23 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लापता है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद हैं।
राज्य में 751 सड़कें बंद
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में 751 सड़कें बंद हैं। इसके अतिरिक्त 4697 बिजली ट्रांसफार्मर व 902 जलापूर्ति योजनाएं बंद हो गई हैं।
समरहिल में छह शव मलबे से निकाले
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बड़ा हादसा हुआ है। यहां भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन की चपेट में एक शिव मंदिर आ गया। छह लोगों की मौत हो गई है। एक बच्चे का सिर धड़ से अलग था। इसमें 40 से ज्यादा लोगों के दबे होने की बात सामने आ रही है। शिमला के समरहिल इलाके में ये हादसा हुआ है।
कांगड़ा में चलती जीप पर मलबा गिरा
कांगड़ा जिले में बाथु पुल के पास चलती जीप पर मलबा गिर गया। हादसे में चालक प्रवीण की मौत हो गई है। अखबार लेकर चालक तड़के ऊना जा रहा था।
फागली में भी भूस्खलन, चार की मौत
शिमला के फागली में भी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की चपेट में एक मकान आ गया। इसमें चार लोगों के शव मिले हैं। अभी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
चमोली में उफनाए नदी-नालों ने मचाई तबाही, कई मकान और गाड़ियां मलबे में दबे, पुल बहे
उत्तराखंड के चमोली जनपद में रविवार रात से शुरू हुई भारी बारिश आज भी जारी है। जनपद के थराली, नंदानगर और पीपलकोटी क्षेत्र में नदियों के साथ ही गाड गदेरे उफान पर बह रहे हैं। सबसे अधिक नुकसान थराली में हुआ है। यहां थराली गांव और केरा गांव में कई मकान व गौशालाएं मलबे में दब गईं। कई जगह छोटे पुलों को भी नुकसान हुआ है।
नंदानगर में नंदाकिनी नदी भी उफान पर बह रही है। पीपलकोटी में नगर पंचायत पीपलकोटी का कार्यालय व समीप के आवासीय मकान मलबे में दब गए हैं। यहां कई वाहन भी मलबे में दबे हैं।