राजगढ़
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने भारतीय वन सेवा (IFS) परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित कर दिया है, इसमें राजगढ़ निवासी अंजली सोंधिया ने प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल किया है, वहीं देशभर में 9वां रैंक हासिल कर जिले का नाम राष्ट्रीय पटल पर रोशन किया है. इस सफलता पर उनको जिला कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा और एसपी आदित्य मिश्रा ने बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.
अंजली ने राजगढ़ का नाम किया रोशन
भारतीय वन सेवा 2024 की परीक्षा में 143 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की है. इन्हीं में से राजगढ़ जिले के गांव चंदरपुरा निवासी अंजली सोंधिया ने प्रदेश में पहली रैंक हासिल की है, वहीं पूरे भारतवर्ष में 9वां रैंक हासिल किया है. अंजली सोंधिया ने कहा, “सोमवार को रिजल्ट घोषित हुआ तो मैं स्क्रॉल करके नीचे के पेजों पर खुद का नाम तलाश रही थी. हालांकि, मेरा नाम पहले ही पेज पर मौजूद था. जिसके बाद परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.”
क्या बोली टॉपर?
अंजली ने कहा, “जब मैं 12वीं कक्षा में थी उसी दौरान UPSC पास करने का मन बना लिया था. मुझे चौथे प्रयासों के बाद यह सफलता मिली है. मैंने अपनी पढ़ाई को निरंतर जारी रखा. इसी की वजह से मुझे लोक सेवा संघ की भारतीय वन सेवा परीक्षा में देश में 9 वीं रैंक मिली है. मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे फॉरेस्ट में सेवा करने का मौका मिला है. शुरू से ही मेरा प्रकृति से जुड़ाव रहा है, अब मुझे उसकी रक्षा करने का सौभाग्य मिला है.”
आज भी समाज में है नातरा-झगड़ा जैसी कुप्रथाएं
गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश के 55 जिलों में से राजगढ़ एक जिला है, जो कि नीति आयोग के पिछड़े जिलों की सूची में शामिल है. जहां बाल विवाह और नातरा-झगड़ा जैसी कुप्रथाएं आज भी समाज में प्रचलित हैं. इसी जिले में अंजली ने लोक सेवा संघ की भारतीय वन सेवा की परीक्षा में 9वां स्थान हासिल कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.
करेड़ी गांव निवास अंजली के मामा बबलू पटेल ने कहा, “अंजली के पिता सुरेश एक किसान थे, उनका देहांत लगभग दो वर्ष पहले लंबी बीमारी के बाद हो गया था. अंजली के पिता का सपना था कि बेटी एक बड़ी अफसर बने. अंजली ने पिता की मौत के बाद भी हार नहीं मानी और अपने पिता के सपने को पूरा कर दिखाया है. हमें उस पर गर्व है.”
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