Friday, 16 May

इस्लामाबाद
बलूचिस्तान के नॉशकी शहर की रहने वाली 25 वर्षीय हिंदू युवती कशिश चौधरी ने एक नया इतिहास रच दिया है। कशिश ने बलूचिस्तान पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) की परीक्षा पास कर पहली हिंदू महिला असिस्टेंट कमिश्नर बनने का गौरव हासिल किया है।

कशिश चौधरी की इस सफलता पर न केवल उनके परिवार में खुशी की लहर है, बल्कि पूरे पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यक समुदायों के लिए भी यह गर्व का विषय बन गया है। सोमवार को कशिश ने अपने पिता गिरधारी लाल के साथ बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती से मुलाकात की। इस मौके पर कशिश ने कहा कि वह महिलाओं और हाशिए पर पड़े समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने पर काम करेंगी।
 
अन्य हिंदू महिलाओं की सफलता की कहानियां
मनीषा रोपेता ने 2022 में कराची में एसपी (SP) बनकर इतिहास रचा था। पुष्पा कुमारी कोहली, जो एससी (SC) समुदाय से हैं, कराची पुलिस फोर्स में सब-इंस्पेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने सिंध पब्लिक सर्विस परीक्षा पास की थी। सुमन पवन बोदानी को 2019 में शाहदादकोट में सिविल जज नियुक्त किया गया था। जो इस समय पाकिस्तान के हैदराबाद में कार्यरत हैं।

कशिश चौधरी की इस कामयाबी ने यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल बलूचिस्तान बल्कि पूरे पाकिस्तान में रह रही हिंदू महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। कशिश की इस सफलता ने साबित कर दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी बाधा रास्ता नहीं रोक सकती। पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कशिश एक मिसाल बनकर उभरी हैं।


Source : Agency

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