24 Dec, 2022 08:00 AM IST BY
इस साल की शुरुआत में आई लहर में ओमिक्रोन के बीए.1 और बीए.2 सब-वेरिएंट मिले थे। बाद में बीए.4 और बीए.5 भी नजर आए। हालांकि इन दोनों ने यूरोपीय देशों में अधिक तबाही मचाई। इसी प्रकार अब तक भारत में बीएफ.7 के बहुत कम मामले देखे गए हैं। भारत के नेशनल सार्स-कोव-2 जीनोम सीक्वेंसिंग नेटवर्क के आंकड़ों के अनुसार बीए.5 वेरिएंट नवंबर में केवल 2.5 फीसदी मामलों के लिए जिम्मेदार था। वर्तमान में एक रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट एक्सबीबी भारत में सबसे आम वेरिएंट है। नवंबर में आए कुल मामलों में से 65.6 फीसदी इसी से जुड़े थे।
भारत के कोविड-19 जीनोम सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम इनसैकोग के पूर्व प्रमुख डॉ अनुराग अग्रवाल का कहना है कि चीन ओमिक्रॉन की मार झेल रहा है जो अन्य देशों ने पहले ही झेल चुके हैं। ठीक उसी तरह जैसे हांगकांग ने देखा जब उसने अपने प्रतिबंधों में ढील दी। चीन में टीकाकरण की दर बहुत ही उच्च है। डब्ल्यूएचओ डैशबोर्ड के अनुसार चीन ने प्रति 100 लोगों पर 235.5 खुराक की दर रखी है। चीन अपनी आबादी के लिए टीके विकसित करने वाले दुनिया के शुरुआती देशों में से एक था। 2020 की शुरुआत के बाद से अब तक वायरस के कई वेरिएंट आ चुके हैं।