अगर आप 2000 रुपये के चलन से बाहर होने के बाद बैंकों में ज्यादा पैसे जमा करने की सोच रहे हैं तो आपको इसके लिए शुल्क भी देना पड़ सकता है। हालांकि, यह नियम नया नहीं है, पर लोग 2000 के कारण ज्यादा जमा कर सकते हैं। ऐसे में हम कुछ बैंकों के शुल्क बता रहे हैं जो पहले से ही ले रहे हैं।
एसबीआई-बचत खाते में महीने में तीन लेनदेन मुफ्त हैं। इसके बाद हर जमा पर बैंक 50 रुपये शुल्क और जीएसटी लगाता है। आप अपने खाते वाली शाखा से इतर दूसरी खाता में पैसा जमा कराते हैं तो एक दिन की नकदी जमा सीमा दो लाख है।
वहीं, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, भारतीय मुद्रा प्रबंधन बहुत मजबूत है। महात्मा गांधी श्रृंखला के नए नोटों की सुरक्षा सुविधाओं का उल्लंघन नहीं किया गया है। इसलिए, हमारी मुद्राओं की अखंडता बनी हुई है। बाजार में जो भी नकली मुद्रा है,
एसबीआई की तरह और बैंक उठा सकते हैं कदम…जानकारों का कहना है कि एसबीआई की तरह और बैंक कदम उठा सकते हैं। एसबीआई ने कहा है कि 2000 के नोट को बदलने के लिए किसी भी तरह के फॉर्म या पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी। बैंक ग्राहकों से इस नोट को लेने के लिए मोबाइल वैन और कारोबारी भागीदार का भी इस्तेमाल करेगा।