बढ़ती गर्मी के बीच सरकार ने आम जनता को महंगी बिजली का झटका दिया है. हालांकि बिजली की दरें बढ़ने के बाद भी घरेलू ग्राहकों पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा. हालांकि पहले के मुकाबले बिल में 200 से 300 रुपये का इजाफा होगा. पंजाब में बिजली की दरें 25 से 80 पैसे प्रति यूनिट तक महंगी हो गई हैं. राज्य बिजली नियामक आयोग पीईएसआरसी ने अलग-अलग कैटेगरी के ग्राहकों के लिए बिजली दर में इजाफज्ञ करने का ऐलान किया है.
पीईएसआरसी की तरफ से बढ़ाई गईं बिजली की दरें 16 मई से लागू कर दी गई हैं. पंजाब राज्य बिजली नियामक आयोग ने कहा कि प्रदेश के बिजली ग्राहकों के लिए लाइट की दर में 25 से लेकर 80 पैसे प्रति यूनिट तक इजाफा करने का फैसला किया गया है. नई दरें 16 मई से प्रभावी हो गई हैं. इस घोषणा के तत्काल बाद सीएम भगवंत मान ने कहा कि संशोधित बिजली दरों का आम आदमी पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इसका बोझ उठाएगी. पंजाब सरकार डोमेस्टिक यूजर और किसानों को फ्री बिजली दे रही है. पंजाब में घरेलू ग्राहकों को हर महीने 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जाती है. ऐसी स्थिति में बिजली दरें बढ़ाने से पड़ने वाले आर्थिक बोझ को राज्य सरकार ही वहन करेगी. हालांकि, 300 यूनिट प्रति माह से अधिक बिजली खपत करने वाले घरेलू ग्राहकों के लिए बिजली अब महंगी हो जाएगी.
राज्य के विपक्षी दलों ने बिजली दर बढ़ाने के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि जालंधर लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने के दो दिन बाद ही आप सरकार ने जनता को यह तोहफा दिया है. पीईएसआरसी ने 2 किलोवॉट वाले घरेलू ग्राहकों के लिए 100 यूनिट के इस्तेमाल तक बिजली दर को 3.49 रुपये से बढ़ाकर 4.19 रुपये कर दिया है.
इसके अलावा 101 से 300 यूनिट खपत की स्थिति में नई दर 6.64 रुपये प्रति यूनिट होगी. वहीं 300 यूनिट से ज्यादा की खपत होने पर 7.75 रुपये प्रति यूनिट की दर लगेगी. इसके अलावा फिक्स्ड चार्ज में 15 रुपये प्रति किलोवॉट की बढ़ोतरी की गई है. इस तरह बिजली खर्च करना पहले से ज्यादा महंगा हो जाएगा.